Jamshedpur: दूसरे सेक्टर्स की तरह बैंक्स भी कई तरह के चैलेंजेज को फेस कर रहा है. इसमें एक्स्टर्नल और इंटर्नल चैलेंजेज शामिल हैं. बैंक्स के सामने इंटर्नल चैंलेजेज में सबसे बड़ा चैलेंज अच्छे लोगों को अपनी तरफ अट्रैक्ट करना और उन्हें अपने साथ बनाए रखना है. ये बातें कहीं एसबीआई एसोसिएट्स एंड सŽिसडियरीज के एमडी एंड ग्रुप एग्जीक्यूटिव एस विश्वनाथन ने. वे सैटरडे को एक्सएलआरआई में ऑर्गेनाइज हुए लीडरशिप सीरिज में बोल रहे थे.


Need to develop risk management measuresयह लीडरशिप सीरिज ‘चेंजिंग लैंड्सकैप ऑफ इंडियन बैंकिंग’ टॉपिक पर ऑर्गेनाइज किया गया था। अपने लेक्चर में विश्वनाथन ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में कई तरह के रिस्क्स सामने हैं। इनमें क्रेडिट रिस्क, फॉरेन एक्सचेंज रिस्क, मार्केट रिस्क, इंट्रेस्ट रेट रिस्क और लिक्विडिटी रिस्क आदि शामिल हैं। इसपर बात करते हुए उन्होंने कहा कि  ऐसे माहौल में बैंक्स के लिए रिस्क मैनेजमेंट मेजर्स डेवलप करना बहुत जरूरी हो गया है। एक्सएलआरआई के पीजीडीएम (जीएम) के स्टूडेंट्स द्वारा ऑर्गेनाइज इस लीडरशिप सीरिज में विश्वनाथन ने फ्यूचर के मैनेजर्स से इन सभी रिस्क्स का ध्यान रखने की बात कही।

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