JAMSHEDPUR: साकची स्थित जूनियर डॉक्टर हॉस्टल में मच्छरों की फौज का आतंक है। मच्छरों के काटने से जूनियर डॉक्टर मलेरिया की चपेट में आ गए हैं। डॉ। ऋषभ को बीते कई दिनों से बुखार है। उनका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। वहीं डॉ। दिव्या प्रभा की तबीयत खराब होने के कारण वह वापस घर लौट गयी है।

डॉक्टरों में आक्रोश

मच्छरों के बढ़ती संख्या को देखते हुए जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने कई बार एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ अशोक कुमार सिंह से मिल चुके हैं, लेकिन अबतक कोई पहल नहीं की गई। इससे डॉक्टरों में काफी आक्रोश है। दरअसल, जूनियर डॉक्टर हॉस्टल में बीते कई माह से वाटर हारवेस्टिंग के लिए गड्ढ़ा खोदकर छोड़ दिया गया है। इससे उसमें पानी का जमाव व गंदगी भर गया है और मच्छर पनप रहे है। उनलोगों की मांग है कि भवन निर्माण विभाग से बोलकर जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरी करायी जाए। वर्तमान में मच्छरों की मारने वाली दवा की छिड़काव व साफ-सफाई कराए जाए।

ग‌र्ल्स हॉस्टल की बाउंड्री टूटी

पिछले कई महीने से ग‌र्ल्स जूनियर डॉक्टर हॉस्टल की बाउंड्री टूटी हुई है। इसकी शिकायत भी एमजीएम सुपरिंटेंडेंट से की गई है, लेकिन अबतक कार्रवाई नहीं हुई। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि बाउंड्री टूटा होने की वजह से कोई भी बाहरी व्यक्ति हॉस्टल में प्रवेश कर सकता है और वह इससे असुरक्षित महसूस कर रही है। उनके हॉस्टल में भी वाटर हारवेस्टिंग के लिए गड्डे खोदकर छोड़ दिया गया है।

हॉस्टल में पानी के जमाव व गंदगी होने के कारण डॉक्टर बीमार पड़ रहे हैं। इसकी शिकायत एमजीएम सुपरिंटेंडेंट से की गई है। जल्द ही अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो जेडीए आंदोलन करने को मजबूर होगा।

- डॉ शिशुपाल, प्रेसिडेंट, जेडीए

Posted By: Inextlive