जमशेदपुर: झारखंड सरकार ने करीब 2 महीने बाद रविवार से अंतर राज्यीय बस सेवा शुरू करने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन बस मालिक एक दो दिन बाद ही लंबी दूरी की बसों का परिचालन शुरू करने के मूड में हैं। उनका कहना है कि अभी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है और पहले दिन काफी कम यात्री आए थे, जिस कारण नुकसान से बचने के लिए उन्होंने बसों का परिचालन शुरू नहीं किया। उन्हें उम्मीद है कि अगले एक-दो दिनों में स्थिति सुधरेगी और यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद ही वे बसों के परिचालन पर विचार करेंगे।

22 अप्रैल से बंद था

गौरतलब है कि कोरोना संक्त्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत झारखंड सरकार ने 22 अप्रैल से लंबी दूरी की बस सेवा पर रोक लगा दी थी। करीब 2 महीने बाद इस आंशिक लॉकडाउन को समाप्त करते हुए झारखंड सरकार ने एक अगस्त से अंतर राज्य बस सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी। इस अनुमति से भले ही बस मालिकों के बीच खुशी है लेकिन निराशा भी है कि आखिर कोरोना गाइडलाइन और तेल के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि के बीच वे किस तरह से बस सेवा शुरू कर पाएंगे।

तो खुद बढ़ाएं किराया

उनका कहना है कि सीमित सीट और भाड़े में वृद्धि नहीं होने से उन्हें प्रतिदिन का खर्चा निकालने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं बस के ड्राइवर, खलासी, कंडक्टर और डीजल का खर्च भी सही तरीका से नहीं निकाला जा सकेगा। ऐसे में लंबी दूरी की बसें खासकर उड़ीसा, बंगाल और बिहार के लिए परिचालन शुरू करना काफी महंगा साबित होगा। इसे लेकर बस यूनियन ने झारखंड सरकार से भाड़ा बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि सरकार के स्तर से किराया बढ़ाने की दिशा में कोई पहल नहीं होती है तो वे खुद ही भाड़ा बढ़ाने के लिए मजबूर होंगे।

रवाना हुई केवल एक-दो बसें

फिलहाल बस परिचालन की अनुमति के पहले दिन सीतारामडेरा बस स्टैंड से बिहार के लिए काफी कम संख्या में यात्रियों के आने के कारण एक-दो बसें ही स्टैंड से रवाना की गई। वैसे उड़ीसा और बंगाल के लिए बस स्टैंड से एक भी बसों का परिचालन नहीं हुआ। बस मालिकों का कहना है कि पहला दिन होने के कारण 5-6 यात्री ही आए हुए थे। इश कारण बसें नहीं खुली। उनका मानना है कि एक-दो दिन में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर उड़ीसा और बंगाल के लिए परिचालन पर विचार किया जाएगा।

करीब दो माह बाद बसों के परिचालन की अनुमति मिली है, लेकिन अभी स्थिति काफी बदल गई है। डीजल के दाम बढ़ गए हैं और हम सरकार से किराया बढ़ाने का मांग कर रहे हैं। यात्री भी काफी कम आ रहे हैं। ऐसे में एक-दो दिनों बाद ही बसों का सही तरीके से परिचालन हो सकेगा।

सोनू दुबे, बस संचालक

Posted By: Inextlive