-विश्वविद्यालय ने कालेजों को यूजीसी के निर्देश के आलोक में तैयार रहने को कहा

-पूजा छुट्टी के बाद बैठक में लिया जाएगा निर्णय, आपदा प्रबंधन विभाग से मांगी जाएगी अनुमति

जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय की आफलाइन कक्षाएं छठ के बाद प्रारंभ होगी। इसके लिए विवि ने अपनी तैयारियां प्रारंभ कर दी है। इसे लेकर कालेजों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। छुट्टी के बाद कार्यालय खुलने के बाद कालेजों को आफलाइन कक्षाओं को लेकर खुलने पर निर्णय लेने की पूरी संभावना है। बैठक के बाद प्रस्ताच् उच्च शिक्षा विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा जाएगा। वहां से अनुमोदन मिलते ही कक्षाएं प्रारंभ हो जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अपने परिसरों को फिर से खोलने के लिए विश्वविद्यालयों और कालेजों के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए और जारी किए थे। इन दिशा-निर्देशों को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया है। सरकार के अधिकारियों की स्थानीय शर्तों और निर्देशों के अनुसार दिशा-निर्देशों को संस्थानों द्वारा अपनाया जा सकता है। यूजीसी के निर्देश में कोविड-19 एवं राज्य सरकारों के निर्देशों का पालन करते हुए छात्रावासों को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति दी गई है। कोल्हान विश्वविद्यालय में आफलाइन कक्षाओं के बारे में पूछने पर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा। एके झा ने कहा कि छठ के बाद इस पर विचार होगा। इस संबंध में यूजीसी का गाइडलाइन प्राप्त हुआ है। इस अनुसार कालेजों को आफलाइन कक्षाओं को लेकर तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।

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ऐसी तैयार हो रही योजना

- कालेजों को चरणों में खोला जाएगा। बगैर मास्क के कालेज में प्रवेश वर्जित रहेगा। प्रशासनिक कार्यालय, अनुसंधान प्रयोगशालाएं एवं पुस्तकालयों में भी मास्क आवश्यक किया जाएगा।

- इसके अलावा, अंतिम वर्ष के छात्रों को भी शैक्षणिक और प्लेसमेंट उद्देश्यों के लिए संस्थान के प्रमुख के निर्णय के अनुसार शामिल होने की अनुमति दी जा सकती है।

- कुछ छात्र कक्षाओं में उपस्थित नहीं होने का विकल्प चुन सकते हैं और घर पर रहकर आनलाइन अध्ययन करना पसंद करते हैं। संस्थान ऐसे छात्रों को आनलाइन अध्ययन सामग्री और ई-संसाधनों तक पहुंच प्रदान कर सकते हैं।

- छात्रावास केवल ऐसे मामलों में खोले जा सकते हैं जहां सुरक्षा और स्वास्थ्य निवारक उपायों का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है। हालांकि, कमरों के बंटवारे की अनुमति नहीं दी जा सकती है। लक्षणात्मक छात्रों को किसी भी परिस्थिति में छात्रावास में रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

Posted By: Inextlive