छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: परसुडीह के बारीगोड़ा कृति मैदान के निकट रहने वाले जोजोबेड़ा पावर प्लांट के ठेकेदार राज किशोर सिंह उर्फ मंटू सिंह (47) की शनिवार देर रात हत्या कर दी गई। रात को घर नहीं लौटने पर परिवार वाले खोजबीन में निकले। सोपोडेरा छठ तालाब के पास कलवर्ट के नीचे से रविवार सुबह 7.30 बजे राजकिशोर के दोनों बेटों ने उसके शव को कलवर्ट के नीचे से बाहर निकाला। मृतक के चेहरे व नाक पर गंभीर चोट के निशान पाये गए हैं, जिससे खून निकल रहा था। हाथ में दो-तीन जगहों पर जख्म के भी निशान हैं। सूचना पर पुलिस अधिकारी श्याम नरायण ओझा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आसपास का जायजा लेकर हत्या के कारणों का पता पुलिस लगा रही है।

शराब की खाली बोतल मिली

घटनास्थल से पुलिस को शराब की खाली बोतले, प्लास्टिक ग्लास, पानी की खाली बोतलें पड़ी मिलीं। मृतक का मोबाइल भी बरामद हुआ। पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवा कर हत्या के सुराग तक पहुंचने की कोशिश करेगी। परिवार वाले हत्या का स्पष्ट कारण बता नहीं पा रहे है। संभावना जताई जा रही कि ठेकेदारी विवाद में ही हत्या कर दी गई। मृतक राजकिशोर मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के हरैल के रहने वाला था।

जताई हत्या की आशंका

ठेकेदार राजकिशोर सिंह के बड़े पुत्र अमित सिंह ने पिता की हत्या के पीछे अपनी पत्नी सृष्टि सिंह, उसके पिता अजय सिंह और ससुराल के लोगों की संलिप्तता बताई है। अमित के अनुसार उसकी शादी हजारीबाग निवासी सृष्टि सिंह से अप्रैल 2018 को हुई थी। विवाह के दो माह बाद से पत्नी झगड़ा कर मायके चली गई। आठ दिसंबर को सृष्टि समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने उसके घर पर आकर जबरदस्ती गहना और घर में रखे कीमती सामान ले गए थे। दो अगस्त को भी मारपीट की गई थी। हालांकि बेटे के आरोप पर कितनी सच्चाई यह जांच में सामने आएगी।

वापस नहीं लौटे

राजकिशोर सिंह के बेटे अमित सिंह और सुमित सिंह के अनुसार पिता शनिवार शाम को घर से निकले थे। हर दिन शाम छह बजे वे टहलने के लिए निकलते थे। शनिवार रात 11 बजे तक वे घर नहीं लौटे। उनके मोबाइल पर फोन करने पर लगातार घंटी बजती रही, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया। कुछ समय बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। दोनों बेटे रात में पिता को खोजने के लिए निकले लेकिन कोई अता-पता नहीं चला। दोनों बेटे वापस घर लौट आये। सुबह सूचना मिली कि राजकिशोर सिंह का शव तालाब के पास पड़ा मिला है।

रहता है असामाजिक तत्वों पर जमावड़ा

स्थानीय लोगों की माने तो तालाब के पास शाम से देर रात तक असामाजिक तत्वों पर जमावड़ा लगा रहता है। यहां मारपीट की घटनाएं होना आम बात है। जिस स्थान से शव बरामद किया गया। इससे पहले वहां एक युवक को गोली मारी गई थी। जिसे लोगों की मदद से पुलिस ने अस्पताल में दाखिल कराया था। लोगों ने इलाके में पुलिस के गश्त की मांग की है।

Posted By: Inextlive