छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के गाइडलाइन के बाद पूर्वी सिंहभूम सरकारी उच्च एवं प्लस टू उच्च विद्यालय सोमवार से खुल गए। आठ माह बाद कक्षा दस एवं 12वीं के कक्षा संचालन के लिए खोले गए सरकारी हाईस्कूलों में पहले दिन उपस्थिति 40 प्रतिशत रही। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ने का अनुमान है। बच्चों के आने के समय उनसे सबसे पहले स्व घोषणा पत्र लिया गया तथा उसके बाद उनका तापमान मांपा गया। हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद उन्हें कक्षाओं में प्रवेश कराया गया। कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए कक्षाओं में एक बेंच में एक बच्चे को ही बैठाया गया है। स्कूलों को पहले ही थर्मल स्कैनर एवं सैनिटाइजर खरीदने के आदेश पहले से ही विभाग ने दे दिए थे। स्कूलों ने इसकी खरीद पहले से ही कर ली थी। स्कूलों में देखा गया कि सभी छात्र मास्क पहनकर ही आए है। कक्षाओं के सुव्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए रूटीन में भी परिवर्तन किया गया है। यह रूटीन भी सभी छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही है। जहां भी बच्चे बैठ रहे हैं, वहां शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा था।

जमशेदपुर हाई स्कूल, बिष्टुपुर

इस स्कूल में पहले विद्यालय की कक्षाओं को साफ सुथरा करने के बाद सैनिटाइज कराया गया। उसके बाद तापमान मांपने के बाद कक्षाओं में प्रवेश कराया गया। बच्चे इस दौरान स्कूल यूनिफार्म में भी दिखे। यहां भी बच्चों की उपस्थिति 35 प्रतिशत रही।

वीमेंस कॉलेज में इंटरमीडिएट की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू

वीमेंस कॉलेज में इंटरमीडिएट की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गईं। पहले दिन छात्राओं की उपस्थिति कम रही। प्राचार्या प्रोफेसर (डॉ.) शुक्ला महांती ने खुद छात्राओं की उपस्थिति और कक्षाओं की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि जिन छात्राओं ने सरकार के निर्देशानुसार अपने अभिभावकों से सहमति पत्र नहीं लाया था, उन्हें इसे लेकर ही वापस आने का निर्देश दिया गया। दरवाजे, सीढि़यों की रे¨लग सहित सभी जगहों को दो से तीन बार सैनिटाईज करने के लिए कर्मियों को हिदायत दी गई है।

टाटा वर्कर्स यूनियन हाई स्कूल कदमा

इस स्कूल में बाल संसद के पदाधिकारियों द्वारा अपने ही सहपाठियों का तापमान मांपा जा रहा था। पहले दिन यहां बच्चों की उपस्थिति 60 प्रतिशत रही। चार कक्षाओं में यहां के बच्चों को बैठाया गया था। शिक्षिकाएं बच्चों को पढ़ा रही थी। इस विद्यालय के विद्यार्थी पहले दिन से विज्ञान प्रदर्शनी की तैयारी में दिखे। यहां 24 दिसंबर को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। आठ माह बाद स्कूल खुलने की जानकारी होने के बाद अगल-बगल के युवाओं द्वारा स्कूल के मैदान में क्रिकेट खेलते हुए देखा गया, इस कारण छात्रों एवं शिक्षिकाओं को परेशानी हो रही थी। दसवीं का छात्र अरुण कैवर्त द्वारा फुट सैनिटाइजर मशीन का ही इस्तेमाल हो रहा था।

इन निर्देशों का हो रहा पालन

-छात्रों तथा शिक्षकों मास्क पहनकर आ रहे हैं

- दूरी बनाते हुए एक बेंच पर एक ही छात्र को बैठाया जा रहा है।

-सभी छात्रों को सैनिटाइज होने के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश कराया जा रहा है। एक पीरियड समाप्त होने के बाद हाथ धोने को कहा जा रहा है।

-तबीयत खराब होने पर शिक्षकों को तुरंत सूचित करने को कहा गया है।

-छात्रों को आपस में नोटबुक, पेन, पेंसिल, रबर, पानी के बोतल शेयर करने की इजाजत नहीं दी गई है।

Posted By: Inextlive