-केयू में टाटा कॉलेज चाईबासा के स्टूडेंट्स का हंगामा, एग्जामिनेशन कंट्रोलर को पीटा

-डॉ गंगा प्रसाद को चैंबर से खींचकर बाहर ले जाया गया और उसके बाद उनके साथ मारपीट की गई, कारण नहीं बताया गया

-पुलिस में एफआईआर दर्ज, सिटी स्थित एलबीएसएम कॉलेज पहुंचे वीसी और प्रोवीसी खबर मिलते ही तुरंत चाईबासा लौटे

JAMSHEDPUR : टाटा कॉलेज के ख्00 से ज्यादा छात्रों ने शनिवार को कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के परीक्षा नियंत्रक डा। गंगा प्रसाद सिंह को उनके कार्यालय से जबरन खींचकर पीटा। इसके बाद जूते की माला पहनाकर और पूरे चेहरे पर कालिख पोतकर डॉ। सिंह को पूरे कॉलेज परिसर में घुमाया। इस हमले से आतंकित विवि प्रशासन ने अनिश्चिकाल के लिए विश्वविद्यालय में कामकाज ठप कर दिया है। इस पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कुलपति डॉ। आरपीपी सिंह ने आरोपी छात्रों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा। उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विवि में मैंने दलाली बंद कर दी है। इस वजह से कुछ दलाल किस्म के लोगों ने यह हरकत की है। विवि में मैं रहूं या नहीं मगर दलाली बिल्कुल नहीं चलने दूंगा। वहीं परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि मेरे साथ छात्रों ने ऐसा क्यों किया मैं बता नहीं सकता। छात्रों ने बिना किसी बात के योजना बनाकर मेरे साथ यह कृत्य किया है।

घटना के समय रजिस्ट्रार भी थे कार्यालय में मौजूद

परीक्षा नियंत्रक डॉ। गंगा प्रसाद सिंह के साथ शनिवार की सुबह जिस समय यह घटना घटी उस समय वहां पर रजिस्ट्रार डॉ। एससी दास और डॉ। पद्मजा सेन भी मौजूद थे। छात्रों ने इन दोनों पदाधिकारियों को कुछ नहीं किया। सीधे परीक्षा नियंत्रक को टारगेट में लिया। टाटा कालेज के प्राचार्य कक्ष में बैठे परीक्षा नियंत्रक गंगा प्रसाद सिंह ने पुलिस को बताया कि छात्र एफओ सुधांशु को भी खोज रहे थे। उनके निशाने पर बाहर से यहां आकर काम करने वाले पदाधिकारी ही थे। छात्र कार्यालय पहुंचकर पहले रजिस्ट्रार को बाहर ले गये। इसके बाद फिर अंदर आए और उनसे बाहर आने को कहा। बाहर जाने से मना करने पर जबरन खींचकर पीटना शुरू कर दिया और कालिख पोत दी।

प्रशासनिक भवन पर लटका ताला, सभी प्रकार के कामकाज ठप

परीक्षा नियंत्रक डॉ। गंगा प्रसाद सिंह को पीटने और जूतों की माला पहनाकर कालिख पोतने की घटना से कोल्हान विश्वविद्यालय में दहशत का माहौल है। घटना के बाद प्रशासनिक भवन के गेट पर ताला जड़ दिया गया है। सभी कर्मचारियों ने काम-काज ठप कर दिया। विवि के पदाधिकारियों व कर्मचारियों का कहना है कि जब छात्र ही अपराधी बनकर जान लेने पर उतारू हो जायेंगे, तो फिर किसके भरोसे बाहर से यहां आकर हम काम करें। बताया जा रहा है कि टाटा कालेज के जिन छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक पर हमला किया, उनमें अधिकतर छात्र हॉस्टल के थे। उनमें से कई लोगों के चेहरे परीक्षा नियंत्रक पहचानते हैं। इस घटना के पीछे सबसे बड़ी वजह कोल्हान विवि में बीएड, कम्प्यूटर समेत अन्य विभागों में होने वाली बहाली बताई जा रही है। विवि का कहना है कि कुछ दलाल किस्म के लोग विवि में अपना वर्चस्व बनाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि जिसकी पैरवी करें उसे नौकरी जरूर मिल जाए। इस विषय को लेकर काफी पहले से अराजकता का माहौल बना हुआ था। पिछले दिनों विभिन्न मांगों को लेकर छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने परीक्षा नियंत्रक का पुतला भी दहन किया था।

खबर मिलते ही वीसी और प्रोवीसी एलबीएसएम कॉलेज से निकल पड़े

सिटी स्थित एलबीएसएम कॉलेज में बनने वाले एक शेड के इनॉगरेशन के लिए केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह और प्रोवीसी डॉ शुक्ला महंती सुबह लगभग क्0:क्भ् पर कॉलेज पहुंचे थे। इनॉगरेशन के कुछ ही देर बाद लगभग क्क् बजे यूनिवर्सिटी से कॉल आया और डॉ गंगा प्रसाद के साथ मारपीट की घटना के बारे में उन्हें बताया गया। उसके बाद वे दोनों तुरंत अपनी गाड़ी में बैठकर चाईबासा के लिए रवाना हो गए।

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को एलर्ट हो जाना चाहिए

झारखंड छात्र मोर्चा ने शनिवार को केयू में हुई इस घटना के लिए यूनिवर्सिटी को ही जिम्मेवार माना है। मोर्चा के प्रेसिडेंट पवन सिंह का कहना था कि यूनिवर्सिटी द्वारा कई डिसीजन छात्र हित के खिलाफ लिए गए जिस वजह से गुस्सा चरम पर पहुंचा और इस तरह की घटना घटी। मोर्चा का कहना था कि बीएड कांट्रैक्चुअल टीचर्स, पीजी एडमिशन, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और रिजल्ट में देरी से छात्रों में गुस्सा है।

यूनिवर्सिटी कैंपस में जिस तरह का माहौल बनाया गया और एग्जामिनेशन कंट्रोलर के साथ जो भी हुआ एबीवीपी उसकी निंदा करती है। हमारा मानना है कि छात्रों को अपनी मर्यादा नहीं भूलनी चाहिए।

- अमिताभ सेनापति, कार्यसमिति मेंबर एबीवीपी और केयू के सिंडिकेट मेंबर

Posted By: Inextlive