ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न्: चक्रधरपुर थाना के केरा गांव के पास पुलिस व सीआरपीएफ 60 बटालियन की संयुक्त टीम ने नहर निर्माण में लगे ठेकेदार से लेवी वसूलने पहुंचे तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। पश्चिम सिंहभूम पुलिस अधीक्षक अजय ¨लडा ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन के कुछ सदस्य नहर निर्माण में लगे ठेकेदार से लेवी वसूलने केरा गांव के पास आने वाले हैं। इसके बाद चाईबासा पुलिस व सीआरपीएफ 60 बटालियन के साथ मिलकर एक संयुक्त छापेमारी टीम का गठन किया गया। छापेमारी दल के द्वारा ग्राम केरा की आरे से जाने वाले सभी मार्गों पर निगरानी की जाने लगी। इस दौरान जारकी शिव मंदिर के पास एक मोटर साइकिल पर सवार तीन व्यक्तियों के संदिग्ध गतिविधि को देखते हुए पूछताछ व सत्यापन के लिए रुकने लिए आवाज दी गई तो तीनों संदिग्ध हथियार लहराते हुए मंदिर के पीछे स्थित खेत की ओर भागे। इस दौरान एक व्यक्ति पीछा कर रहे पुलिस पार्टी को निशाना बनाते हुए फायरिंग की।

पुलिस ने भी चलाई गोली

इसको देखते पुलिस टीम द्वारा भी आत्मरक्षा में दो राउंड फायरिंग की। भाग रहे तीनों व्यक्तियों को पुलिस पार्टी द्वारा खदेड़कर पकड़ लिया। इसमें टोकलो थाना के धोबासाई गांव के शंकर मुंडा व बिरसा मुंडा उर्फ बीर मुंडा, कराईकेला थाना के बड़ा दामुडीह गांव के रमेश सामड है। इसमें एक व्यक्ति रमेश सामड को गोली लगने से घायल हो गया था। पूछताछ करने पर तीनों व्यक्तियों ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई दस्ता में काम करने की बात स्वीकार की। साथ ही उग्रवादियों ने बताया कि दस्ता के एरिया कमांडर बंटी मुंडा और हरसिंह सांडी पूर्ति उर्फ मोदी के लिए काम करते हैं।

हथियार, रुपए बरामद

पकड़े गये व्यक्तियों के पास से एक देशी कट्टा, चार ¨जदा गोली, 50 हजार रुपये नगद, तीन मोबाइल फोन व चोरी का एक बजाज पल्सर 180 मोटर साइकिल को बरामद की। एसपी ने कहा कि घायल उग्रवादी रमेश सामड का इलाज कराया जा रहा है। तीनों में से उग्रवादी शंकर मुंडा का आपराधिक रिकार्ड रहा है। उनके विरुद्ध 2009 में गुवा थाना व 2016 में टोकलो थाना में मामला दर्ज है। छापेमारी टीम में सीआरपीएफ 60 बटालियन के द्वितीय कमांडेंट राजू डी नायक, चन्द्रशेखर कुमार, प्रवीण कुमार, दीपक क्रिएसन, सुशील कुमार समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

Posted By: Inextlive