वेजिटेबल्स हाट एट एक्सएलआरआई
करते हैं research
बी स्कूल में वेजिटेबल्स हाट क्यों, यही सोच रहे होंगे आप? एक्चुअली इस बी स्कूल में पढऩे वाले फस्र्ट इयर के स्टूडेंट्स के लिए वीक में तीन दिन विलेज विजिट करना जरूरी होता है। वे विलेज में रहने वाले फार्मर्स के इकोनॉमिक कंडीशन में सुधार लाने के लिए रिसर्च भी करते हैं। बस फिर क्या था, मिडिलमेन को साइड किया और एक्सएलआरआई ने मुसाबनी के कुछ फार्मर्स को कैंपस में मार्केट प्राइस पर वेजिटेबल्स सेल करने का मौका दे दिया।पर मंथ 60-70 हजार की सेलिंग
कितना फर्क पड़ा उन फार्मर्स की आर्थिक स्थिति में जिन्हें एक्सएलआरआई में वेजिटेबल्स हाट लगाने का मौका मिला। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि मुसाबनी से आने वाले कुछ फार्मर्स एक्सएलआरआई कैंपस में पर मंथ लगभग 60 से 70 हजार रुपए की वेजिटेबल्स सेल करते हैं। संडे को कैंपस हाट में सजी लेकर आई नियति भगत कहती हैं कि विलेज में इतनी ही सजी सेल करने पर हर महीने उन्हें 20 से 25 हजार रुपए ही मिल पाते जबकि यहां आने पर उसका तीन गुना पैसा मिल रहा। बाकी का पैसा मिडिलमेन के हाथों में चला जाता था। इन्हें वाजिब पैसे मिलने लगे तो इन्होंने ऑटो भी खरीद लिया ताकि सिजयां लाने में प्रॉलम न हो।
15 किमी दूर से आए सजी खरीदने
जुगसलाई के रहने वाले सागर अपनी होंडा सिटी से पूरी फैमिली के साथ संडे को कैंपस हाट में सजी खरीदने आए थे। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग ढाई महीने से (जब से कैंपस हाट स्टार्ट हुआ) वे सजी के लिए एक्सएलआरआई कैंपस हाट आ रहे हैं। उनकी पत्नी मोक्षता ने कहा कि ऑर्गेनिक सजी का टेस्ट उन्हें पता चल गया है इसलिए वे मार्केट में कहीं अन्य जगह से सजी नहीं लाती। उन्होंने कहा कि केमिकल फर्टिलाइजर्स नहीं यूज करने की वजह से इन सिजयों का टेस्ट काफी अच्छा होता है और हेल्थ कि लिए काफी फायदेमंद भी है।
मुसाबनी के ये फार्मर्स खुश हैं. इन्हें मिडिलमेन के एक्सप्लॉयटेशन से छुटकारा मिल गया। इनकी आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। हर वीक 15 हजार रुपए से ज्यादा की सजी कैंपस हाट में ये सेल कर लेते हैं।
- महानंद झा, को-ऑर्डिनेटर कैंपस हाट
फार्मर्स की हेल्प के लिए हमने उन्हें डायरेक्ट कंज्यूमर्स को वेजिटेबल्स सेल करने का मौका दिया। इसमें सीड्स ने हमारी हेल्प की। एक्सएल आरआई ने दो विलेजेज को एडॉप्ट किया है जिसे मॉडल विलेज बनाया जाएगा।
- सुनिल वर्गीस स्पोक्सपर्सन एक्सएलआरआई