Jamshedpur : सिटी के यूथ में ओरल कैंसर और महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर व ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. यह अलार्मिंग सिचुएशन है और इसके लिए खुद में ही सुधार करने की जरूरत बतायी जा रही है.


गुटखा व tobbaco product के use के कारण आ रहे चपेट में हालांकि गुटखा पर बैन है, इसके बावजूद इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। इस वजह से यूथ में ओरल कैंसर के केसेज सामने आ रहे हैं। Youth हो रहे ज्यादा शिकारओरल कैंसर के ज्यादातर केसेज यूथ में ही सामने आ रहे हैं, लेकिन दूसरे एज ग्रुप के लोगों के अलावा Žवॉयज और गल्र्स भी शामिल हैं। सिटी में अक्सर होने वाले डेंटल चेकअप कैंप में भी इस तरह के केसेज सामने आते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि गुटखा, टोबैको प्रोडक्ट्स के यूज के कारण ओरल कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। हर सप्ताह oral cancer के 5 case होते हैं detect
इन्फॉर्मेशन के मुताबिक सिटी के विभिन्न हॉस्पिटल्स में हर सप्ताह ओरल कैंसर के 5 केस डिटेक्ट किए जाते हैं। इसके बावजूद ट्रीटमेंट करवाने उस वक्त लोग नहीं आते हैं। इस कारण केस एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है। 50 से 70 परसेंट लोग कैंसर के एडवांस स्टेज में ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर्स के पास पहुंचते हैं, जिससे डॉक्टर्स को भी प्रॉŽलम होती है। हर सप्ताह oral cancer के दो case  होते हैं operate


इंटरनेशनल इनर व्हील्स डे के मौके पर इनर व्हील क्लब की ओर से आयोजित कैंसर अवेयरनेस कैम्प में टिनप्लेट हॉस्पिटल के डॉक्टर पीके मिश्रा व मेहरबाई टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल के डॉ अमित कुमार ने कैंसर के बारे में कई जानकारी दी। डॉ मिश्रा ने बताया कि वे हर सप्ताह ओरल कैंसर के दो केसेज को ऑपरेट करते हैं। Alcohal के साथsmoking  है dengerous  डॉक्टर्स का कहना है कि अल्कोहल के साथ स्मोकिंग का कॉम्बिनेशन काफी डेंजरस है। यूथ एक-दो पैग के बाद सिगरेट का कश लगाने लगते हैं, जो खतरनाक है। कैंसर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के एक सर्वे के मुताबिक स्कूल स्टूडेंट्स अर्ली एज में स्मोकिंग और गुटखा का यूज करते हैं, जो आगे चलकर कैंसर का कारण बनता है। अर्बन एरिया में बढ़ रहा breast cancer महिलाओं में सवाईकल व ब्रेस्ट कैंसर की संख्या भी बढ़ रही है। रूरल एरिया की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर व अर्बन एरिया की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। सिटी में करीब 20 परसेंट महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर के विभिन्न स्टेज में हैैं, जबकि ईस्ट सिंहभूम के रूरल एरिया में रहने वाली 25 परसेंट महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से पीडि़त हैं। बात पूरी कंट्री की की जाए, तो यहां हर साल सर्वाइकल कैंसर से मरने वाली महिलाओं की संख्या 75000 है।

२०२० तक बढ़ जाएगी cancer patients  की संख्याएनसीआरपी (आईसीएमआर), बंगलुरू की रिपोर्ट में कैंसर केसेज बढऩे की संभावना जतायी गई है। इसमें कहा गया है कि वर्ष 2010 में कंट्री में 979,786 कैंसर के मामले आए थे। इसके वर्ष 2020 तक बढक़र 1,148,757 तक पहुंचने की आशंका है। इसी तरह मेल में टोबैको रिलेटेड कैंसर केसेज की संख्या जहां वर्ष 2010 में 190,244 थी, इसके वर्ष 2020 तक बढक़र 225,241 तक पहुंचने की आशंका जतायी गई है। इसी तरह फीमेल में कैंसर केसेज वर्ष 2010 में 75, 289 से बढक़र वर्ष 2020 में 93,563 तक होने की बात कही जा रही है। गुटखा व दूसरे टोबैको प्रोडक्ट्स पर बैन के बावजूद इसका यूज किया जा रहा है। इस वजह से ओरल कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। मैं खुद हर सप्ताह ओरल कैंसर के दो केस ऑपरेट करता हूं। खानपान व साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देने के कारण सर्वाइकल कैंसर के मामले भी सामने आ रहे हैं। डॉ पीके मिश्रा, सर्जन

खराब हाइजीन के कारण रूरल एरिया की महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की शिकार हो रही हैं। इतना ही नहीं ज्यादा एज में प्रेग्नेंसी के कारण यहां की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले भी बढ़ रहे हैं। डॉ अमित कुमार
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Posted By: Inextlive