संपत्ति विवाद में रिश्तेदारों ने घटना को दिया अंजाम, पास-पड़ोस के लोग देखते रहे

हत्या का मुख्य आरोपित बिचाली मानगो थाना का निजी चालक के रूप में रह चुका हैं कार्यरत

जमशेदपुर : मानगो थाना क्षेत्र दाईगुट्टू तेली लाइन शुक्रवार सुबह संपति विवाद को लेकर रिश्तेदारों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान युवक उत्तम कुमार साहू और उसके पिता मदन कुमार साहू को चाकू घोंपा दिया गया। हरवे-हथियार और लाठी-डंडे से हमला कर दोनों को जख्मी कर दिया। पास-पड़ोस के लोग खड़े होकर देखते रहे। किसी ने बीच-बचाव का प्रयास नहीं किया। पेट और आंख में चाकू लगने के कारण उत्तम कुमार साव को एमजीएम अस्पताल में दाखिल कराया गया यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके पिता भी लहूलुहान हो गए। मृतक तीन बहनों में एकलौता भाई था। मानगो थाना की पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के 70 वर्षीय दादा बचन कुमार साहू और बुआ आशा देवी को गिरफ्तार किया हैं। हत्या में प्रयुक्त चाकू और लाठी-डंडे बरामद किए हैं। मुख्य आरोपित सुजीत उर्फ बिचाली साहू फरार हैं। उसने ही उत्तम कुमार को चाकू घोंप दी थी। मृतक की मां की शिाकयत पर आरोपितों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

मदन कुमार साव ने बताया सुबह घर के बाहर कचरा जला रहे थे। इस दौरान विवाद हो गया इसके बाद भतीजा सोनू, मोनू, भांजा सुजीत साहू उर्फ बिचाली और सुमित, भाई अनिरुद्ध प्रसाद, रेणु देवी, गुडिया देवी, शांति देवी, सुनीता देवी ने चाकू और लाठी-डंडे मुझ पर बेटे पर हमला कर दिया हैं। अस्पताल में मृतक के माता-पिता और तीन बहनें रोते-बिलखते रहे। घटना की वीडियो और सीसीटीवी फुटेज में महिलाएं लाठी-डंडा से लैंस एक-दूसरे पर हमला करते हुए देखी गई। फुटेज पुलिस के पास उपलब्ध हैं। हत्या आरोपित सुजीत साहू उर्फ बिचाली मानगो थाना का निजी चालक रह चुका है। दबंग प्रवृति का हैं। विवादित होने के कारण उसे बाद में थाना से हटा दिया गया था। मृतक मानगो में एक दुकान में काम करता था। उसके पिता ने विवाद का कारण जमीन और संपत्ति विवाद बताया हैं। हमेशा रिश्तेदार उनलोगों के साथ मारपीट करते थे। कई बार मानगो थाना में शिकायत दी गई, लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी जिसका प्रमाण पुत्र की हत्या हैं। 10-12 दिन पहले भी मारपीट हुई थी। थाना में शिकायत देने गए थे। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। विवाद लंबे समय से चल रहा हैं।

बचन कुमार साहू को तीन बेटा और दो बेटी हैं। एक बेटी आशा देवी के पति की मौत के बाद वह अपने माता-पिता के साथ ही रह रही थी। बचन साहू ने दो बेटों और बेटी को संपति में हिस्सा दिया, लेकिन मदन साहू और उसके परिवार को हिस्सा देने से साफ इंकार कर दिया। किसी तरह एक कमरे में मदन साहू अपनी तीन बेटी, एक बेटा और पत्नी के साथ रह रहा था जिसको लेकर हमेशा विवाद होता था। सुबह विवाद हुए। सभी ने मिलकर मदन और उसके पुत्र पर हमला कर दिया।

::::

क्त्रद्गश्चश्रह्मह्लद्गह्म ष्ठद्गह्लड्डद्बद्यह्य :

9999

Posted By: Inextlive