RANCHI: अगर आप भी रिम्स में इलाज के लिए जा रहे हैं और दवाएं खरीदने को लेकर टेंशन में रहते हैं तो रिलैक्स हो जाइए। चूंकि रिम्स के बाहर ही आपको 24 घंटे जेनरिक दवाएं मिलेंगी। वहीं दवाओं के लिए आपको ज्यादा पैसे भी नहीं चुकाने होंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं इमरजेंसी गेट के पास खुले दवाई दोस्त चैरिटेबल शॉप की, जहां एक्सटेंशन सेंटर का उद्घाटन करते हुए चीफ सेक्रेटरी डॉ डीके तिवारी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। ऐसे में जेनरिक दवा की दुकान मरीजों के लिए बेहतर साबित होगी। ये दवाएं सस्ती होती हैं और उपलब्धता होने से मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। कोई और भी इस तरह की दुकान रिम्स में खोलना चाहे तो उन्हें भी बढ़ावा दिया जाएगा। मौके पर रिम्स डायरेक्टर डॉ डीके सिंह, ट्रस्ट के पुनीत पोद्दार, राजीव बैरोलिया समेत अन्य मौजूद थे।

खोले गए हैं 5 दवा काउंटर

दवाई दोस्त की एक दुकान पहले से ही चल रही थी। लेकिन मरीजों की भीड़ और दवाओं की डिमांड को देखते हुए अब दुकान को एक्सटेंशन दिया गया है। इसके तहत दवाई दोस्त को दो दुकानें इमरजेंसी के सामने आवंटित की गई है। वहीं स्टोरेज बढ़ाने के लिए टेंपररी रूट का भी निर्माण कराया गया है। इतना ही नहीं, मरीजों की सुविधा के लिए पांच काउंटर भी खोले गए हैं, जिससे कि मरीजों को दवा के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े। वहीं इनडोर के मरीजों को भी तत्काल दवाएं मिल जाएंगी।

मरीजों को सभी दवाएं देने का दावा

हॉस्पिटल के ओपीडी में हर दिन 2000 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसमें से लगभग मरीजों को डॉक्टर दवा लिखते हैं। लेकिन मरीजों को रिम्स की डिस्पेंसरी और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में एक-दो दवाएं ही मिल पाती हैं। बाकी की दवाओं के लिए उन्हें दवाई दोस्त और प्राइवेट मेडिकल की दौड़ लगानी पड़ती है। लेकिन पीपीपी मोड पर काम कर रही दवाई दोस्त 1500 मरीजों को दवा उपलब्ध कराने का दावा कर रही है। इतना ही नहीं, डॉक्टर की लिखी सभी दवाएं भी उपलब्ध कराने का दावा संचालक कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive