-रांची में 72 परसेंट मरीजों ने दी कोरोना को मात

-इन्फेक्टेड से ज्यादा है रिकवर होने वाले

-अब रिम्स के ही डॉक्टर स्टाफ मिलने लगे कोरोना पॉजिटिव

रांची: कोरोना एक तरफ पूरे देश में जहां तेजी से पांव पसार रहा है। झारखंड में इसके मरीजों के मिलने की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है। जिससे राज्य के लोगों के लिए थोड़ी राहत की खबर है। वहीं दूसरी राहत की खबर यह है कि 60.95 परसेंट से अधिक कोरोना इंफेक्टेड मरीज कोरोना से जीत चुके है। जिन्हें कोरोना ने तो अपनी चपेट में ले लिया। लेकिन अपनी हिम्मत, स्ट्रांग विल पावर और दवा के डोज उन्होंने कोरोना को मात दी और घर लौट गए। इसके बाद एक्टिव केस की संख्या 709 हो गई है। बताते चलें कि झारखंड में अबतक कोरोना के 1839 मामले सामने आए है।

रांची में 72 परसेंट हो गए ठीक

31 मार्च को रांची में पहला केस मिला था। उसके बाद से 16 जून तक 183 कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए है। जिसमें से 132 लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली है। वहीं बाकी बचे एक्टिव केस में ज्यादातर माइग्रेंट्स है। जिससे साफ है कि अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत कम बची है। आंकड़ों की बात करें तो रांची में रिकवरी रेट 72 परसेंट से अधिक है। यहीं वजह है कि एब सिटी में 48 एक्टिव केस बचे है। जबकि केवल तीन लोगों ने अपनी जान गंवाई है। मरने वालों को कोरोना के अलावा गंभीर बीमारियां भी थी।

अब रिम्स से मिलने लगे कोरोना केस

सिटी में जब कोरोना के मरीज मिलने कम हुए तो अब रिम्स से लगातार मरीज मिलने लगे है। जूनियर डॉक्टरों में कोरोना की खबर मिलने के बाद सभी डरे हुए है। हालांकि मरीजों के इलाज पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। लेकिन पहले दो इंटर्न और फिर दो जूनियर डॉक्टरों को कोरोना की पुष्टि हुई है। जिससे कि अब हॉस्टल में भी कोरोना का डर सताने लगा है। हालांकि वहां पर रेगुलर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। फिर भी मेडिकोज को इस बात की चिंता सता रही है कि अगला नंबर किसका है। चूंकि पॉजिटिव मिलने वाले जूनियर डॉक्टर हॉस्टल के मेस में ही खाना खाते थे। बताते चलें कि पहले भी नर्स और डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव आ चुके है।

झारखंड के आंकड़े

कुल मरीज - 1,839

स्वस्थ हुए - 1,121

एक्टिव केस -709

मौत- 09

सैंपल कलेक्टेड - 1,12,116

सैंपल टेस्टेड - 1,10,813

Posted By: Inextlive