RANCHI: जेएसएससी कंबाइंड ग्रेजुएशन लेवल परीक्षा को लेकर रविवार को राजधानी रांची की पूरी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। पूरा का पूरा सिस्टम ही डिरेल्ड नजर आया। चौक-चौराहों पर जहां जाम लगा रहा, वहीं बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी लोग परेशान रहे। रेल प्रशासन और जिला प्रशासन की अव्यवस्था के कारण रविवार को ट्रेनों में यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

जवानों ने कुछ को उतारा

इस दौरान आरपीएफ के जवानों ने रिजर्वेशन बोगी से कुछ छात्रों को उतारा भी। लेकिन, थोड़ी देर बाद छात्रों ने फिर से बोगी में प्रवेश कर सीटों पर कब्जा कर लिया। स्टेशन पर दो बजे से संध्या पांच बजे तक छात्रों की भीड़ बनी रही। इस कारण स्टेशन आ रहे यात्रियों को ट्रेन पकड़ने में परेशानी हुई। छात्रों ने पटना जनशताब्दी, झारखंड स्वर्णजयंती एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों पर कब्जा जमाए रखा।

रात से ही आए थे कैंडिडेट्स

गौरतलब हो कि जेएसएसी एग्जाम को लेकर रांची में क्00 से अधिक सेंटर बनाए गए थे। जहां करीब 70 हजार से अधिक कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिए। तीन घंटे चली यह परीक्षा शांतिपूर्ण रही। इससे पहले शनिवार देर रात से ही कैंडिडेट्स रांची पहुंचने लगे थे। वहीं, रविवार सुबह भी काफी संख्या में कैंडिडेट्स ट्रेन और बसों से राजधानी पहुंचे। इस वजह से पूरी सिटी में जाम की स्थिति हो गई थी।

मेटल डिटेक्टर से चेंकिंग

कैंडिडेट्स ने बताया कि सेंटर में एंट्री से पहले सभी की कड़ाई से चेकिंग की गई। इसके बाद चेक किया गया कि कहीं कोई कैंडिडेट कुछ लेकर सेंटर में प्रवेश नहीं कर रहा है। इलेक्ट्रानिक डिवाइस आदि की चेकिंग के लिए मेटल डिटेक्टर से चेक किया गया। हालांकि कैंडिडेट्स को इस बारे में पहले ही जानकारी मिल गई थी।

बगैर टिकट बोगी पर कब्जा

एसएससी की परीक्षा संपन्न होने के बाद करीब दो बजे से हजारों की संख्या में परीक्षार्थी स्टेशन पर पहुंचे। आरक्षित बोगी में बिना टिकट कटाए प्रवेश कर गए। जिनका रिजर्वेशन टिकट था, उन्हें बैठकर और कुछ यात्रियों को खड़ा होकर जाना पड़ा। इस दौरान कुछ यात्रियों से छात्रों की झड़प भी हुई। फिर भी छात्रों ने सीटें नहीं छोड़ी। महिला बोगी, विकलांग बोगी और गार्ड के भी कपार्टमेंट में छात्रों ने अपना कब्जा जमाए रखा।

पैदल चलने की जगह नहीं

एग्जाम खत्म होने के बाद सभी बस टर्मिनल और स्टेशन की ओर भागे। पुरूलिया रोड में तो पैदल चलने की भी जगह नहीं थी। कुछ देर में वहां पैर रखने की भी जगह नहीं थी। 70 हजार के करीब कैंडिडेट्स के रांची में होने के कारण संडे को भी गाडि़यां रेंगती रहीं। चारों ओर गाडि़यों की लंबी लाइन लगी हुई थी। इस कारण आम लोगों को काफी परेशानी हुई।

टिकट के लिए लंबी लाइन

एग्जाम के बाद घर लौटने के लिए लोग स्टेशन पहुंचे थे। जहां टिकट काउंटरों पर पैसेंजर्स की लंबी लाइन लगी हुई थी। इस बीच कैंडिडेट्स भी टिकट लेने अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहीं इंक्वायरी काउंटर में भी ट्रेनों की जानकारी लेते हुए कैंडिडेट्स देखे गए।

नहीं मिला स्क्राइब, एग्जाम से चूके डिजेबल

जेएसएससी द्वारा आयोजित एग्जाम में सिटी के कुछ विजुअल डिजेबल शामिल नहीं हो पाए, क्योंकि उन्हें श्रुति लेखक यानी सुनकर लिखने वाला (स्क्राइब) नहीं मिल पाया। चूंकि आयोग ने जो गाइडलाइंस तय किए थे, उसके आधार पर कोई भी स्क्राइब नहीं मिला। आयोग ने तय किया था कि स्क्राइब वही बन सकता है जिसके इंटर में भ्0 परसेंट से ज्यादा मा‌र्क्स न हों। वहीं इंटर से ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं होना चाहिए।

Posted By: Inextlive