RANCHI: आईसीआईसीआई बैंक के साथ 80 लाख रुपए का धोखा किया गया है। धोखा करने वाला राज्य का कुख्यात मानव तस्कर है। साथ ही साथ उसपर अलग-अलग जिलों में 20 से ज्यादा गंभीर कांडों के मामले दर्ज हैं। मानव तस्कर और उसके गिरोह ने आदिवासी जमीन को जेनरल बताकर फर्जी पेपर तैयार किए और जमीन के लिए 76 लाख 34 हजार 392 रुपए का लोन पास करवा लिया। इस मामले में एक अधिवक्ता ने भी लीगल ओपिनियन दिया है। पूरे मामले में आईसीआइसीआई के अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत की पूरी आशंका है। मामले के खुलासे के बाद अब पुलिस कंप्लेन की तैयारी की जा रही है।

क्या है मामला

हरमू के रहने वाले शशांक शेखर को हटिया स्टेशन रोड में रहने वाले रवि कुमार उर्फ रवि कुजूर, पिता राजेश साहू उर्फ राजेश कुजूर ने बैंक के कर्मियों द्वारा सम्पर्क कर कहा कि वह हटिया स्टेशन के ठीक सामने स्थित अपनी 5 डिसमिल जमीन बेचना चाहता है। उसने अपने पिता का नाम राजेश कुमार साहू बताया और जमीन को जेनरल (सामान्य)जाति का बताया। जमीन खरीदने के लिए लोन की जरूरत थी, इसलिए जमीन के पेपर की आईसीआईसीआई बैंक के लीगल सेल ने जांच शुरू की। सारी जांच के बाद लीगल सेल ने जमीन को क्लियर बताया और 76 लाख 34 हजार 392 रुपए का लोन पास किया गया। रजिस्ट्री के बाद खुलासा हुआ कि जमीन आदिवासियों की है।

कौन है राजेश साहू उर्फ राजेश कुजूर

पूरे कांड को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड राजेश साहू उर्फ राजेश कुजूर है। वह हटिया स्टेशन रोड में रहता है और मूलरूप से गुमला का रहने वाला बताया जाता है। राजेश साहू और उसके बेटे रवि कुजूर पर गुमला, सिसई, सिमडेगा, खूंटी, पलामू समेत कई जिलों में गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से ठगी, अपहरण से लेकर हत्या तक को अंजाम देता है।

पन्ना लाल का गुर्गा

राजेश के संबंध कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल के साथ हैं और वह पन्ना लाल का खास गुर्गा है। मानव तस्करी पर काम करने वाले सभी अधिकारी राजेश साहू उर्फ राजेश कुजूर के नाम को अच्छे से जानते हैं। यह मोस्ट वांटेड क्रिमिनल है। राजेश पर जगन्नाथपुर थाना में भी आ‌र्म्स एक्ट का मामला दर्ज है।

मैंने अभी कुछ दिनों पहले ही ब्रांच ज्वाइन की है। मैं क्रेडिट मैनेजर्स से केस के संदर्भ में जानकारी लेता हूं। बैंक का मीडिया सेल ही इस मामले में कुछ कह सकता है।

मुकेश कुमार, ब्रांच मैनेजर, आईसीआईसीआई

Posted By: Inextlive