RANCHI:सिटी के दो बैंकों में रुपए डालकर नगालैंड से एके 47 समेत कई गोलियां मंगाई गई हैं। अपराध के पेशे से जुड़े लोग जानकर हैरान हैं कि आज तक तो सिर्फ कैश पेमेंट ही सुना था। पहली बार पता चला कि बैंकों के माध्यम से भी रुपया डालकर हथियार मंगाए जा रहे हैं। नगालैंड के आतंकवादियों को भेजने के लिए पैसे रांची के दो बैंकों में जमा होता है। एक बैंक रांची के चर्च रोड में है जबकि दूसरा बैंक सर्कुलर रोड में। यह राशि (एनएससीएन आईएम) आतंकवादी संगठन के कैप्टन नीनखान सांगतम उर्फ अखान सांगतम के खाते में जमा करया जाता है। नीनखान सांगतम का रांची के दोनों बैंकों में खाता है। नीनखान दीमापुर नागालैंड का रहने वाला है। गिरफ्तार नगा आतंकवादी सूरज पिता प्रभु प्रसाद ने बिहार पुलिस के समक्ष पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है।

क्या कहा आतंकी सूरज ने

एसपी और डीएसपी के समक्ष नागा आतंकी सूरज ने बताया है कि रांची के दोनों बैंकों में कैप्टन नीनखान के खाते में कई बार पैसा डाला गया है। यह राशि मुकेश सिंह और संतोष सिंह द्वारा दी गई थी। यह राशि सिर्फ नगालैंड से एके-47 समेत बड़े पैमाने पर गोली सप्लाई करने के एवज में उपलब्ध कराई जाती थी। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एनआईए कर रही है।

ट्रक से एके-47 व गोलियों की सप्लाई

स्वीकारोक्ति बयान में नगा आतंकवादी सूरज ने बिहार पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि नगालैंड में एनएससीएन आईएम आतंकवादी संगठन के कैप्टन नीनखान सांगतम उर्फ अखान सांगतम एके-47 और गोली उपलब्ध कराता था। वहीं झारखंड-बिहार में सप्लाई से पूर्व ट्रक व फोर व्हीलर खुद उपलब्ध कराता था। ताकि, रास्ते में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। हथियार और गोली की अच्छी तररह पैकिंग भी की जाती थी, ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए।

एके-47 व 10/10 हजार गोली एक बार में सप्लाई

बिहार पुलिस को पूछताछ में आतंकवादी सूरज ने बताया कि अब तक कई बार एके-47 और गोली सप्लाई कर चुका है। सबसे पहले ट्रक से किया था, इसके बाद फोर व्हीलर से। 4 पीस एके-47 व 10/10 हजार गोली एक-एक बार में सप्लाई करता था। हालांकि, गुप्त स्थान की भनक सिर्फ सदस्यों को होती थी। पुलिस पूरी गाड़ी को तलाशने के बाद भी उस गुप्त स्थान तक नहीं पहुंच पाती थी।

Posted By: Inextlive