- बाबा मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक

- 200 श्रद्धालुओं ने कराया पंजीयन, 99 ने ही की पूजा

देवघर : देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में मंगलवार से आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। केवल पुरोहितों को गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण की अनुमति दी गई। इधर कोरोना से संक्रमण के खतरे को देखते हुए गर्भगृह के प्रवेशद्वार पर सुबह सात बजे ही अरघा (पाइपनुमा संरचना, जिसकी पहुंच गर्भगृह तक होगी) लगा दिया गया। श्रद्धालुओं ने अरघा के माध्यम से ही बाबा भोले को जलाभिषेक किया। उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह के अनुसार जब तक कोरोना से संक्रमण का खतरा रहेगा तब तक मंदिर में अरघा प्रभावी रहेगा।

भीड़ को लेकर निर्णय

बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के निर्देश पर आम लोगों को बाबा के दर्शन की अनुमति दी गई थी, लेकिन मंदिर के अंदर काफी भीड़ जमा होने लगी। इससे संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई थी। इसलिए अरघा लगाने का निर्णय लिया गया। इस बाबत सभी पक्षों से विचार-विमर्श किया गया। तय हुआ कि अरघा के माध्यम से शारीरिक दूरी भी बनी रहेगी और बाबा की आराधना भी हो जाएगी।

99 लोगों ने किए दर्शन

इधर देवघर जिला प्रशासन के निर्देश पर मंदिर में प्रवेश करने के लिए ई-पास की व्यवस्था की गई थी। ई-पास के लिए कुल 200 लोगों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था, लेकिन मंगलवार को सिर्फ 99 श्रद्धालुओें ने ही बाबा भोले का दर्शन किए। मंदिर में प्रवेश से पहले सभी श्रद्धालुओं के पास और पहचान पत्र की जांच की गई। मंगलवार को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से कहीं अधिक पुलिस नजर आई, जबकि यजमान के इंतजार में पुरोहित घूमते नजर आए।

Posted By: Inextlive