- गढ़वा के बड़गड़ स्थित स्कूल में पत्थर व ईट के नीचे दबाकर लगाया गया था प्रेशर बम

- प्राचार्य की सूझबूझ से चपेट में आने से बचे सभी, जांच में जुटी पुलिस की टीम

गढ़वा: ओपी क्षेत्र के आटिकर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में रविवार को झंडारोहण से ठीक पहले हुए बम विस्फोट से विद्यालय परिसर दहल उठा। अच्छी बात यह रही कि विस्फोट के समय प्रधानाध्यापक समेत छह-सात बच्चे ही स्कूल में थे। बम होने की आशंका मात्र पर प्रधानाध्यापक ने बच्चों को वहां से भाग जाने का निर्देश दिया और सभी बाल-बाल बच गए। वहां से भागने में थोड़ी भी देर होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। स्कूल के प्राचार्य कृष्णा कुमार ने के अनुसार शनिवार की शाम तक विद्यालय में गणतंत्र दिवस की तैयारी की गई थी। 26 जनवरी की सुबह वे विद्यालय पहुंच कर झंडा गाड़ने की तैयारी में लग गये। जब वे झंडारोहण स्थल पर गये, वहां पहले से ही पत्थर व ईट का टुकड़ा रखा हुआ था। उस समय उनके विद्यालय के छह-सात छात्र ही उपस्थित थे। संबंधित स्थल को साफ करने के उद्देश्य से जैसे ही पत्थर को उठाया, वहां गड्ढे में तार नजर आया। उन्होंने भयभीत होकर बच्चों को भागने को कहा। प्रधानाध्यापक व बच्चे भागने के लिये मुड़े ही थे, तभी विस्फोट हो गया। उन्हें समझते देर नहीं लगी कि पत्थर के नीचे प्रेशर बम लगाया गया था।

जुट गई भीड़

इधर विस्फोट की आवाज सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ स्कूल परिसर के बाहर जुट गई। थोड़ी ही देर में घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस-प्रशासन को भी मिली। इसके बाद बड़गड़ बीडीओ विपिन कुमार भारती व ओपी प्रभारी जगनारायण शर्मा विद्यालय पहुंचे। इसके बाद घटना स्थल से तकरीबन दो सौ फीट की दूरी पर झंडारोहण किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही बाद में रंका के एसडीओ संजय पांडेय तथा डीएसपी मनोज कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। मीडिया से मुखातिब मनोज कुमार ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा दहशत फैलाने के उद्देश्य से बम विस्फोट की घटना को अंजाम दिया गया है। घटनास्थल से प्राप्त विस्फोटक सामग्री की एफएसएल जांच कराई जाएगी। तभी बम की क्षमता का आकलन हो सकेगा। इस घटना में जो भी संलिप्त होंगे उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive