स्कूल-कॉलेज के बाहर नशीले सामान का कारोबार करनेवाले हुए अरेस्ट. सप्लायर्स की नहीं टूटी चेन गिरोह के दूसरे सदस्य कर रहे सप्लाई. सर्विस देने के लिए गल्र्स भी टीम में हर पैकेट पर मिलता है कमीशन.


रांची (ब्यूरो)। राजधानी रांची के स्कूल-कॉलेज के बाहर ब्राउन शुगर समेत अन्य नशीले सामान की बिक्री बंद नहीं हो रही है। कुछ दिन पहले ही कॉलेज के बाहर ब्राउन शुगर के पैकेट के साथ दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन सप्लायरों का नेटवर्क नहीं टूटा। गिरोह के दूसरे मेंबर्स नशे का धंधा कर रहे हैैं। लड़कियां करती हैैं सप्लाई
नशे के धंंधेबाजों में लड़कियां भी शामिल हैैं। वे कॉलेज स्टूडेंट्स को ब्राउन शुगर का पैकेट उपलब्ध कराती हैैं। लड़कियों पर कोई शक नहीं करता। नशे का सेवन करने वालों को यह अच्छी तरह पता होता है कि किस-किस लड़की से पुडिय़ा लेनी है। इसके लिए कोड वर्ड का भी इस्तेमाल किया जाता है। नाम नहीं बताने के शर्त पर एक कॉलेज स्टूडेंट ने बताया कि कॉलेज कैंपस में कुछ लड़के-लड़कियां बार-बार आकर बैठते हैैं। इन लोगों ने कॉलेज के दूसरे स्टूडेंट्स से दोस्ती कर ली है। इनके बीच गॉशिप के लिए सिर्फ नशा और उसके सामान ही मुख्य टॉपिक रहता है। यही लोग बाद में दूसरों से नशे की पुडिय़ा सप्लाई कराते हैं। सरायकेला से आता है ब्राउन शुगर


कॉलेज कैंपस और पास-पास इलाके में सप्लाई करने के लिए सरायकेला से ब्राउन शुगर मंगाया जाता है। इसका छोटा-छोटा पैकेट बनाकर सप्लाई की जाती है। हर पुडिय़ा की बिक्री पर एजेंट को कमीशन दिया जाता है। गांजा की सबसे बड़ी खेप पड़ोसी राज्य ओडि़शा से सप्लाई हो रही है। ऐसा नहीं है कि इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। गांजे का नशा कॉलेज स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट के साथ-साथ अलग-अलग फील्ड में जॉब करने वाले भी बड़ी संख्या में कर रहे हैं। एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के आस-पास स्थित छोटे-छोटे गुमटी में भी गांजा आसानी से अवेलेबल है। खुलेआम बिक रहा गांजाकॉलेजों के अलावा सिटी के दर्जनों मुहल्लों के सैकड़ों स्थानों पर नशीले सामान बिक रहे हैं। चूना भ_ा, न्यू मधुकम, विद्यानगर, करम चौक, किशोर गंज, डोरंडा, चुटिया, पिस्का मोड़, आईटीआई समेत और भी कई इलाके हैं, जहां गांजा खुलेआम बिक रहा है। अपना रहे नई-नई ट्रिक नशीले पदार्थो का कारोबार करने वाले सप्लाई की नई-नई ट्रिक अपनाते रहते हैं। कभी कुरियर ब्वॉय बन कर, तो कभी सब्जी कारोबारी बन कर गांजा, अफीम और दूसरे नशीले सामानों की डिलीवरी एक जगह से दूसरे जगह की जा रही है। फलों और सब्जियों की आड़ में गांजे की सप्लाई किए जाने पर पुलिस को चकमा देना आसान हो रहा है। चेकनाकों पर उन्हें आसानी से गुजरने दे दिया जाता है।

पुलिस ने किया था खुलासा कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स लगातार नशे की आदत में गिरफ्त होते जा रह है। इसे रोकने के लिए प्रशासन के पास कोई रोड मैप नहीं है। कॉलेज एडमिनिस्टे्रशन भी इसपर गंभीरतापूर्वक संज्ञान नहीं ले रहा है। जांच अभियान में पुलिस कई बार सप्लायर्स को गिरफ्तार की है। लेकिन सरगना को पकडऩे में पुलिस अब भी पीछे है। स्कूल-कॉलेजों में ब्राउन शुगर और गांजा की सप्लाई करने वाले गैंग खुलासा रांची पुलिस ने बीते सप्ताह किया था। इसमें हिंदपीढ़ी से पुलिस ने नौ पैकेट ब्राउन शुगर के साथ शमशाद को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में नशे का कारोबार करनेवाले बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। उसकी निशानदेही पर छह लोगों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से नशीले पदार्थों की सप्लाई फिर से शुरू हो गई है।

कॉलेज के पास से नशा सप्लायरों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गश्ती बढ़ा दी है। कॉलेज और आस-पास में संदिग्ध लोगों पर पुलिस की नजर है। -अंशुमन कुमार, सिटी एसपी, रांची

Posted By: Inextlive