रांची में फिर एक बार एक्टिव हुआ चेन स्नेचर्स गैंग. इस महीने अब तक 18 मामले आ चुके हैं सामने. लुटे हुए सामानों में एक की भी रिकवरी नहीं कर पाई पुलिस.


रांची(ब्यूरो)। सिटी में लड़कियों और महिलाओं को खुद से अलर्ट रहने की जरूरत है। सिटी में एक बार फिर से चेन स्नेचिंग करने वाले बाइकर्स गैंग एक्टिव हो गए हैं। बाइकर्स गैंग छिनतई को अंजाम दे रहे हैं। राजधानी रांची और आसपास के इलाके में हर दिन छिनतई हो रही है। इसी महीने अब तक 12 मामले चेन स्नेचिंग के सिटी के अलग-अलग थानों में दर्ज हुए हैं। इस गैंग के निशाने पर ज्यादातर वैसी महिलाएं हैं जिनके गले में सोने की चेन होती है या फिर गोल्ड ज्वेलरी पहनी हुई होती हैं। वहीं बैंक से निकलने वाले और रेलवे, बस से निकलने वाले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। दो दिन पहले रातू में मॉर्निंग वाक पर निकली महिला से बाइकर्स गैंग चेन छीन कर फरार हो गया। वहीं, ओरमांझी, नामकुम, कांके से भी चेन स्नेचिंग की घटना सामने आई हैं। इधर रांची रेलवे स्टेशन से निकलने वाले यात्री का सामान छिनकर बाइकर्स गैंग फरार हो गया। कुछ दिन पहले बैंक ऑफ बड़ौदा ईरबा की असिस्टेंट मैनेजर रंजना कच्छप का पर्स सदर थाना क्षेत्र में उचक्कों ने झपट लिया। मॉर्निंग वाक में भी छिनतई
सिटी में बाइकर्स गैंग सुबह से लेकर रात तक एक्टिव रह रहे है। मॉर्निंग वाक पर निकली महिलाओं पर ये स्नेचर्स नजर रखते हैं। जो महिला गोल्ड ज्वेलरी पहनी नजर आ जाती है। उनका पीछा करना शुरू कर देते हैं। जैसे ही महिला सुनसान रास्ते पर पहुंचती है स्नेचर्स ज्वेलरी उड़ा कर फरार हो जाते हैं। किशोरगंज की रहने वाली रीना देवी, पंडरा की कुसुम, रातू की जागो देवी या हिनू की रहने वाली सुमित्रा देवी। सभी के साथ सुनसान रास्ते में ही छिनतई हुई। रीना देवी को फल खरीदने के दौरान, कुसुम और जागो को मॉर्निग वाक के दौरान एवं सुमित्रा देवी के साथ बाजार से लौटने के दौरान घटना हुई। किसी मामले में रिकवरी नहीं


इस महीने करीब 18 छिनतई हुई है। लेकिन किसी भी मामले में पुलिस छीने गए सामान की रिकवरी नहीं करा पाई है। छिनतई के बाद पुलिस घटना स्थल पर जरूर पहुंचती है, पूछताछ भी करती है। लेकिन न तो अपराधी तक पहुंच पाती है और न ही सामान बरामद करने में पुलिस को सफलता मिलती है। कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली रह जा रहे हैं। वहीं राजधानी रांची में करोड़ों रुपए खर्च कर सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया है। इसके बाद भी पुलिस अपराधी को पकडऩे में विफल है। कांड को अंजाम देकर अपराधी गली से होकर निकल जाते हैं।

बाजार में खपा रहे छिनतई के सामानों को रांची के ही बाजारों में खपाया जा रहा है। सोने की चेन ज्वेलरी शॉप में आधे से भी कम कीमत में बेच दी जाती है। चोरी के आभूषण खरीदने वाले दुकानदारों को पुलिस ने आगाह जरूर किया है लेकिन चोरी-छिपे सारा खेल जारी है। चोरी के ज्वेलरी को गला कर उसे नया आकार देकर फिर से नए ग्राहक को बेच दिए जाते हैं। इधर अपने नशे की जरूरत को पूरा करने के लिए कुछ युवा इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। जो आगे चलकर पेशेवर अपराधी बन जाते हैं।

Posted By: Inextlive