रांची: पिठोरिया में रविवार को उस वक्त स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब छह दिनों से लापता एक मासूम बच्चे की लाश कुएं से मिली। इस मामले में स्थानीय लोगों ने बच्चे की हत्या कर कुएं में लाश फेंकने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पिठोरिया-ठाकुरगांव रोड के कोनकी चौक को जाम कर दिया गया। जाम करने वालों में ज्यादा तादाद महिलाओं की थी। धीरे-धीरे मामला सांप्रदायिक रंग ले रहा था, लेकिन इलाके के अमनपसंद लोगों और पुलिस की सूझबूझ से स्थिति संभल गई।

लाश देखते हुए भड़के लोग

रविवार की सुबह हेठकोनकी से पिछले 12 जनवरी से गायब शाहजहां अंसारी के नाबालिग बेटे शाहनवाज अंसारी की लाश उसके घर से 200 मीटर की दूरी पर स्थित एक कुएं से बरामद की गई। शाहनवाज का शव देखते ही ग्रामीण भड़क गए। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। पिठोरिया थानेदार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लापरवाही का आरोप लगाया गया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों का कहना था कि पिठोरिया थानेदार मिसिल सोरेन ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो बच्चे की जान बच सकती थी। इस दौरान पूरे गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण शाहनवाज के घर के बाहर जमा हो गए। लोग इतने आक्रोशित थे कि मरने-मारने पर उतारू थे। हालांकि, रूरल एसपी नौशाद आलम ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया।

पांच लोग हिरासत में

पुलिस ने इस मामले में पांच नामजद आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। शव मिलने और हंगामे की सूचना मिलने के बाद रूरल एसपी नौशाद आलम, मुख्यालय डीएसपी नीरज कुमार, डीएसपी सीसीआर विकास आनंद लागुरी, कांके थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह और पिठोरिया थानेदार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। इससे पहले पिठोरिया थाने के दारोगा विनय कुमार यादव ग्रामीणों को समझा-बुझाकर नियंत्रित करने की कोशिश में लगे थे। इलाके के अमनपसंद लोगों और पुलिस की सूझबूझ से स्थिति बिगड़ने से बच गई और शांति पूर्वक माहौल को नियंत्रित किया गया।

बो¨रग रोकने वाले पांच पर हत्या का आरोप

शाहनवाज के परिजनों का आरोप है कि जिन लोगों से उनका बो¨रग का विवाद चल रहा है, उन्हीं लोगों ने शाहनवाज का अपहरण किया। फंसने के डर से उसकी हत्या कर उसके शव को कुएं में फेंक दिया। इसलिए पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई करे। कारवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई। परिजनों और आम लोगों के आरोप पर मंगरा उरांव, गिरू उरांच, चंपा उरांव, महादेव उरांव व रंजीत उरांव को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। इस बीच आम लोगों ने पुलिस को इस मामले में कार्रवाई के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।

रिश्तेदारों से भी है जमीन विवाद

पुलिस बच्चे के अपहरण के बाद हत्या के ¨बदु पर भी जांच कर रही है। इस ¨बदु पर जांच के लिए शाहनवाज के पिता शाहजहां से रिश्तेदारों के साथ चल रहे जमीन विवाद को भी खंगाला जा रहा है। इस आशंका पर जांच हो रही है कि कहीं जमीन विवाद में उत्पन्न दुश्मनी की वजह से शाहनवाज का अपहरण कर उसे रखा गया हो। लेकिन मामला तूल पकड़ता देख साक्ष्य छिपाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई हो। हालांकि, इस ¨बदु पर अभी पुलिस के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से साफ मना किया है।

Posted By: Inextlive