डेवलपमेंट वर्क किसी भी शहर के विकास के लिए बेहद जरूरी है. रांची में भी तेजी से डेवलपमेंट के कई वर्क चल रहे हैैं. लेकिन विडंबना यह है कि यहां कंस्ट्रक्शन के साथ-साथ जो डिस्ट्रक्शन चल रहा है उससे आम लोगों को काफी मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं.


रांची (ब्यूरो)। सिटी की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां एक साथ कई एजेंसियों के द्वारा सड़कों की खुदाई कर पानी का पाइपलाइन, इलेक्ट्रिक वायर और गैस पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। एक तरफ बनी-बनाई सड़कें खोद दी जा रही हैैं, तो दूसरी तरफ इन्हें वापस ठीक नहीं किया जा रहा है। सिटी का शायद ही कोई ऐसा इलाका हो, जहां की सड़क न खोदी गई हो। सड़कें खोदने के बाद दोबारा उन्हें बनाने की जिम्मेवारी संबंधित एजेंसी की होती है। लेकिन, ऐसा हो नहीं रहा है। कितनी हुई खुदाई
रांची में अभी एक साथ तीन मोर्चे पर काम चल रहा है। बिजली, पानी और गैस के लिए पाइपलाइन और वायर बिछाए जा रहे हैैं। विभिन्न विभागों से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें, तो सिटी में एक साथ करीब 500 किलोमीटर लंबी सड़क की खुदाई हो चुकी है। इसके अलावा अभी और 3000 किलोमीटर लंबी सड़क की खुदाई की जानी है। इसमें सबसे ज्यादा काम बिजली और पानी के लिए वायर और पाइप बिछाने के लिए किया जाना है। क्या है नियम


रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के अलावा रांची नगर निगम भी सड़कों का निर्माण कराता है। पथ निर्माण विभाग का नियम यह है कि किसी भी वर्क से पहले संबंधित विभाग को एनओसी लेना है। इसमें करार करना होता है कि सड़क जिस स्थिति में थी, उसी स्थिति में वापस लौटनी चाहिए। विभागीय अधिकारियों से इस बारे में पूछे जाने पर सभी अपना पल्ला झाड़ लेते हैैं। वहीं नगर निगम के अफसर खुद हैरान हैैं कि इस समस्या को कैसे सुलझाया जाए। चूंकि, निगम की सड़कों को तोडऩे से पहले किसी प्रकार की एनओसी नहीं ली जाती, इसलिए सिटी के भीतर गली मोहल्लों में जो सड़कें हैैं, उनकी खुदाई के बाद उन्हें बनाने का कोई रिवाज ही नहीं है। कहां-कहां है परेशानी राजधानी का ऐसा शायद ही कोई इलाका हो, जहां अभी सड़कों को तोड़कर कोई तार या पाइप न बिछाई जा रही हो। रातू रोड, पिस्का मोड़, पत्थलकुदवा, आजाद बस्ती, नया टोली बोदरा लेन, चुटिया, हिंदपीढ़ी, हरमू, हटिया, हेसाग, कांके रोड, पुंदाग समेत कई इलाके हैैं, जहां कोई न कोई काम चल रहा है। अधिकतर जगह पानी की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। जहां काम पूरा हो जाता है, वहां सड़क पर मिट्टïी डालकर एजेंसी चली जाती है। इसकी मॉनिटरिंग को लेकर कोई व्यवस्था ही नहीं है, जिस वजह से आम लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बीस साल में बनी सड़क, बीस दिन में तोड़ दी

रांची के कुछ इलाके ऐसे भी हैैं, जहां लोगों को 20 साल से सड़क का इंतजार था। एक साल पहले सड़क बनी और बीस दिन पहले से उसकी खुदाई का काम चालू हुआ। ऐसा नया टोली, बोदरा लेन में देखने को मिला। यहां की 15 फीट चौड़ी सड़क में से करीब 6 फीट बर्बाद हो चुकी है। लंबे इंतजार के बाद यहां रोड बना था। अब लोगों को गड्ढों के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है। अपनी बात इंजीनियर इन चीफ से भी रखें रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के इंजीनियर इन चीफ हैैं मुरारी लाल भगत। उनके दफ्तर का पीएनटी नंबर है - 0651-2400747. इसके अलावा उनके ई-मेल आईडी- eicrcd-jhr@nic.in पर भी शिकायत या सुझाव भेज सकते हैं।

Posted By: Inextlive