रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका, हजारीबाग तथा पलामू स्थित मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में नामांकन पर रोक हटाने का अनुरोध नेशनल मेडिकल कमीशन से किया है। इसे लेकर उन्होंने नेशनल मेडिकल कमीशन के अध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने उनसे नए नामांकन नहीं लेने के निर्णय के संबंध में पुनर्विचार करने को कहा है ताकि राज्य के योग्य छात्रों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। मेडिकल में एडमिशन को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के 6 नवंबर के अंक में प्रमुखता से खबर छपी थी।

कमी दूर करने का भरोसा

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में एनएमसी द्वारा गिनाई गई सारी कमियां दूर करने का भरोसा दिलाया है। कहा है कि तीनों मेडिकल कॉलेजों में 30 नवंबर तक सारी आवश्यक आधारभूत संरचनाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी। 30 नवंबर तक सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट तथा पारा मेडिकल स्टाफ के सभी पद भर लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि तीनों मेडिकल कॉलेज जिन जिलों में स्थित हैं वे सभी आकांक्षी जिले हैं और नीति आयोग वहां के विकास के लिए लगातार काम कर रहा है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी कहा कि लॉकडाउन की वजह से नवनिर्मित कॉलेजों में आधारभूत संरचना समेत कुछ कार्य होने शेष हैं। लेकिन राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज की जरूरतों और आवश्यक मानकों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से जागरूक और प्रतिबद्ध है। यह भी बताया है कि एनईईटी द्वारा परीक्षाफल प्रकाशित होने के बाद मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, इसलिए उन्होंने नामांकन की अनुमति शीघ्र देने को कहा है। बता दें कि इससे पहले राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं।

Posted By: Inextlive