यदि आप 60 से अधिक स्पीड में और जिगजैग गाड़ी चलाते हैं तो अलर्ट हो जाइए. कहीं आड़े-तिरछे गाड़ी चलाने के बदले आपको भारी भरकम जुर्माना न देना पड़ जाए या फिर आप अपना ड्राइविंग लाइसेेंस ही सस्पेंड करा लें. जी हां राजधानी रांची में हो रहे सड़क हादसों पर ब्रेक लगाने की दिशा में ट्रैफिक और परिवहन विभाग लगातार काम कर रहे हैं. सिटी के वैसे स्थान जहां सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट हो रहे हैं उन्हें चिन्हित कर वहां एसवीडी स्पीड वॉयलेशन डिटेक्टर कैमरा लगाया जा रहा है. इन कैमरों की मदद से लिमिट से ज्यादा स्पीड में गाड़ी चलाने वालों पर नजर रखी जाएगी. गति सीमा अधिक होने पर फौरन एसवीडी कैमरे की मदद से गाड़ी नंबर पर प्लेट के आधार पर ऑटोमेटिक चालान कट जाएगा. रजिस्टर्ड नंबर के पते पर चालान भेज दिया जाएगा.


रांची (ब्यूरो)। परिवहन विभाग की ओर से शहर के अंदर 40 किमी प्रति घंटे की स्पीड से और हाइवे में 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गाड़ी चलाने के लिए गति सीमा निर्धारित की गई है। इस गति सीमा से ज्यादा स्पीड होने पर वाहन मालिक के नाम का चालान कट जाएगा। पहले चरण में सिटी के दस अलग-अलग स्थानों पर एसवीडी कैमरा इंस्टॉल किया गया है। इसे अभी ट्रायल के रूप में प्रयोग किया जाएगा। जल्द ही इसे शहर के अन्य स्थानों पर भी इंस्टाल किया जाएगा। शहर में 40 किमी और हाइवे पर 60 किमी प्रति घंटे से अधिक रफ्तार के साथ वाहन चलाने वालों पर फुटेज के आधार पर कार्रवाई होगी। जुर्माना तो लगेगा, साथ ही लगातार नियमों का उल्लंघन करने पर ड्राइविंग लाइसेंस तक रद्द किया जाएगा। ट्रैफिक डीएसपी जीतवाहन उरांव की मानें तो ईद के बाद सभी एसवीडी कैमरा चालू कर दिए जाएंगे। इस पूरे सिस्टम को धुर्वा स्मार्ट सिटी स्थित कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जा रहा है। तय अवधि में चालान की राशि जमा नहीं करने पर तीन बार रिमाइंडर भेजा जाएगा। इसके बाद भी यदि जुर्माने की राशि जमा नहीं की जाएगी तो कोर्ट से वारंट जारी कर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।


हादसे में लगातार जा रही जान

राजधानी रांची में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या ज्यादा है। आए दिन किसी न किसी इलाके से रोड एक्सीडेंट की खबरें आती रहती हैं, जिसमें किसी का भाई तो किसी के पिता, किसी की मां तो किसी की बहन जान गवां देते हैं। एक एक्सीडेंट से पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। फिर भी कई लोग हाई स्पीड में गाड़ी चलाते हैं, आड़ा-तिरछा ड्राइविंग करते हैं। कुछ ओवर टेक करने के चक्कर में हादसे के शिकार हो जाते हैं। बीते एक हफ्ते में तीन अलग-अलग इलाकों में दो लोगों ने रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गंवा दी। दलादली चौक के समीप भीषण रोड एक्सीडेंट में एक युवक की जान चली गई। वहीं चार दिन पहले कांटाटोली चौक पर एक महिला की मौत सड़क हादसे में हो गई। ओवर स्पीड गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई होने से सड़क हादसों की संख्या में जरूर कमी आएगी।

Posted By: Inextlive