RANCHI: कोरोना के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। अबतक झारखंड में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 113 पहुंच गई है। रिम्स माइक्रो बायोलॉजी के बंद होने के बाद से सैंपल टेस्ट ठप पड़ा है। टेस्ट के लिए सैंपल एमजीएम जमशेदपुर भेजे जा रहे हैं। ऐसे में रिपोर्ट आने में भी देरी हो रही है। रिम्स में मशीनों की कैपासिटी 400 के करीब है। इस बीच डिपार्टमेंट बंद हो जाने से कोरोना टेस्ट धीमा हो गया है। वहीं, पेंडिंग सैंपल का लोड भी बढ़ता जा रहा है। बैकलॉग बढ़ने से इस बात की चिंता भी बढ़ गई है कि न जाने कितने पोटेंशियल बाहर घूम रहे हैं, जिनसे दूसरों को खतरा हो सकता है।

ठीक थी टेस्ट की रफ्तार

रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की कैपासिटी हर दिन 400 की है। यहां पूल टेस्टिंग की मदद से 350-380 सैंपल टेस्ट किए जा रहे थे। इस टेक्निक से टेस्ट की रफ्तार भी ठीक थी। अब रिम्स में टेस्टिंग ठप होने के बाद इटकी सेंटर में पूल टेस्टिंग करने को कहा गया है, जिससे कि सैंपल टेस्ट में तेजी लाई जा सके। बताते चलें कि पूल टेस्टिंग में 100 सैंपल से पांच-पांच सैंपलों को मिलाकर 20 फाइल तैयार कर उसका टेस्ट किया जाता है। 20 फाइलों में से किसी भी एक फाइल के पॉजिटिव पाए जाने का मतलब है कि उस फाइल का कोई न कोई सैंपल पॉजिटिव है। इसके बाद उस फाइल के सभी पांच सैंपलों की टेस्ट कर पॉजिटिव का पता लगाया जाता है।

एमजीएम भेजे गए सैंपल

पूल टेस्टिंग के कारण रिम्स में हर दिन 350-380 के करीब सैंपल टेस्ट किए जा रहे थे। इसके बाद भी सैंपल की पेंडिंग लिस्ट लंबी होती जा रही थी। इस वजह से शुक्रवार को भी रिम्स के 149 सैंपल को टेस्ट के लिए एमजीएम भेज दिया गया। इसके अलावा रिम्स भेजे जाने वाले सैंपल भी अब एमजीएम और इटकी में भेजे जा रहे हैं, जिससे कि ज्यादा सैंपल टेस्ट हो और पता लगाया जा सके कि कोई पॉजिटिव तो नहीं है। वहीं, पूल टेस्टिंग करने पर जोर दिया गया है, ताकि बैकलॉग को पूरा किया जा सके।

टेक्निशियन मिला था पॉजिटिव

रिम्स में कोरोनापॉजिटिव मरीजों का सैंपल कलेक्ट करने वाले टेक्निशियन के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद तत्काल लैब को बंद कर दिया गया है। वहीं, लैब चालू करने को लेकर गाइडलाइन मांगी गई है। ऐसे में अगले तीन दिन तक कोरोना टेस्ट पूरी तरह से ठप रहेगा। वहीं, रिम्स के पास जितने सैंपल हैं उसको इटकी भेजा जाएगा। एहतियात के तौर पर डिपार्टमेंट के 46 लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। इसमें 33 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बाकी का सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया है। माइक्रोबायोलॉजी के डॉ मनोज कुमार ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर तक कर्मचारियों का सैंपल लिया गया था। उन्होंने कहा कि आइसीएमआर की गाइडलाइन के हिसाब से निर्णय लिया गया है।

Posted By: Inextlive