रांची: कोरोना संक्रमितों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों की मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि सरकारी हॉस्पिटल में इतने मरीज हैं कि उन्हें अटेंड करने वाले डॉक्टर्स की संख्या कम हो गई है। मंगलवार को एक दहला देने वाली घटना घटी। सदर हॉस्पिटल के गेट पर घंटों एक मरीज इलाज के इंतजार में तड़पता रहा, पर कोई देखने वाला नहीं था। इस वजह से उसकी मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों ने वहां खूब हंगामा किया। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इसी अस्पताल का निरीक्षण करके बाहर निकल रहे थे। परिजनों ने उन्हें वहीं खरी-खोटी सुनाई। मृतक की बेटी ने यहां तक कहा कि पिता तड़प कर मर गए, कोई डाक्टर देखने नहीं आया। इसके बाद मंत्री वहां से चले गए।

मंत्री ने दिया जांच का आदेश

इस प्रकरण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सिविल सर्जन को जांच का आदेश दिया है। बुजुर्ग व्यक्ति के अस्पताल पहुंचने पर डाक्टर और मेडिकल स्टाफ क्यों नहीं पहुंचे, इसकी जांच की जाएगी। 48 घंटे के अंदर जांच पूरी कर रिपोर्ट देने को कहा है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि बिलखती बेटी के करूण क्रंदन ने मुझे झकझोर कर रख दिया है। सिविल सर्जन को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि मौत के लिए जो भी जिम्मेदार हो उसे चिन्हित कर मुझे बताएं।

पीपीई किट पहन कोविड वार्ड का निरीक्षण

स्वास्थ्य मंत्री पीपीई किट पहन कर खुद सदर स्थित कोविड वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान कई मरीजों के स्वजनों ने ठीक से देखभाल नहीं होने का आरोप लगाया। जांच कैंप और वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने खुद पीपीई किट पहनकर कोविड के जेनरल, आइसीयू और सीसीयू वार्ड का निरीक्षण किया। कुछ मरीजों का आक्सीजन लेवल भी चेक कराया। उन्होंने मौके पर मौजूद उपायुक्त छवि रंजन को एसिम्टोमेटिक मरीजों को चिन्हित कर होम आइसोलेशन में भेजने का निर्देश दिया। आम लोगों की समस्या सुनने के बाद मंत्री ने डीसी और सिविल सर्जन को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया।

ड्यूटी से गायब रहने वाले अफसरों पर बिगड़े

निरीक्षण के दौरान कुछ चिकित्साकर्मी ड्यूटी से गायब थे। मंत्री ने सिविल सर्जन को हिदायत दी कि रोस्टर के हिसाब से सभी की ड्यूटी सुनिश्चित करें। कहा कि सभी अस्पताल कोरोना मरीजों को प्राथमिकता दें। बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही तय करें कि बेड की व्यवस्था हो। मंत्री ने कहा कि वह कभी भी किसी भी अस्पताल का औचक निरीक्षण करेंगे। यदि शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे।

परिजन जाना चाहते थे वार्ड, रोकने पर रिम्स में भी हंगामा

रिम्स के ट्रामा सेंटर में स्थापित कोविड वार्ड में मरीजों के परिजनों के प्रवेश को लेकर मंगलवार को हंगामा हुआ। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इस पर आपत्ति जताई। अस्पताल के कर्मचारियों की तरफ से लोगों को प्रवेश से रोका गया। इससे कुछ स्वजन नाराज हो गए। स्वजनों का कहना था कि उनके मरीजों का ठीक से ख्याल नहीं रखा जा रहा। इस कारण मजबूरी में उन्हें वार्ड में आना पड़ रहा है। हंगामे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को समझाकर शांत कराया।

आज में रिम्स में होगी नई व्यवस्था

रिम्स में अव्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बाद प्रबंधन की ओर से कुछ अहम कदम उठाए गए हैं। ट्रामा सेंटर परिसर में कोविड जांच के लिए दो अलग काउंटर बनाए गए हैं। एक हेल्पलाइन डेस्क स्थापित किया गया है। ये दोनों सेवाएं बुधवार से प्रारंभ हो जाएंगी। अस्पताल के कोविड वार्ड परिसर में बाहरी वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है। इसके अलावा सुरक्षा के लिए महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

Posted By: Inextlive