रांची के जेएससीए स्टेडियम में 19 नवंबर को इंडिया व न्यूजीलैंड के बीच टी20 मैच होना है. इससे पहले बुधवार को टिकटों की जमकर ब्लैकमेलिंग हुई.


रांची(ब्यूरो)। दिन के साढ़े बारह बजे हैं। रांची में हल्की ठंढ और हल्की गर्मी का मौसम है। डीजे-आई नेक्स्ट की टीम अभी धुर्वा स्थित जेएससीए स्टेडियम के पास मौजूद है। यहां क्रिकेट की खुमारी छाई हुई है। लोग दूर-दूर से मैच देखने के लिए टिकट लेने आए हुए है। स्टेडियम के पास काउंटर बना हुआ है, जहां लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। काउंटर पर 900 से 9000 रुपए का टिकट उपलब्ध है। लेकिन, भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट से पहले यहां दूसरा मैच देखने को मिला। स्टेडियम और टिकट काउंटर के आसपास दर्जनों ब्लैकियर्स पहले ही बाजी मार चुके हंै। टिकट की खुलेआम कालाबाजारी हो रही है। जैसे ही टीम टिकट कांउटर के पास पहुंची। कुछ लोग इशारा करने लगे। पास जाने पर खुद ही टिकट का ऑफर भी दिया। इसके लिए टिकट की कीमत का डबल चार्ज मांगा गया। 900 रुपए वाला टिकट 1700 रुपए में 1200 रुपए वाले टिकट का 2500 रुपए मांगा गया। ज्यादातर ब्लैकियर्स के पास 900 और 1200 रुपए का टिकट एवेलेबल था, वहीं कुछ लोगों ने 1700 रुपए वाले टिकट का भी ऑफर किया। सबसे दिलचस्प बात यह थी कि सुरक्षा में लगाए गए जवानों से ज्यादा ब्लैकियर्स आसपास में घूम रहे थे। बाज की तरह ढूंढ रहे शिकार
टिकट लेने के लिए आने वाले लोगों पर ब्लैकियर्स लगातार अपनी नजर बनाए थे। नया और अंजान चेहरा दिखते ही उसे इशारों-इशारों में टिकट का ऑफर कर देते। ब्लैकियर्स का पूरा गैंग इर्द-गिर्द घूम रहा था। यहां तक कि इस जगह पर टीशर्ट बेचने वाले, आइसक्रीम बेचने वाले, चना बेचने वाले लोगों की भी साठ-गांठ टिकट ब्लैक करने वालों से साफ नजर आई। एक टीशर्ट विक्रेता से पूछा गया कि बाहर से टिकट का इंतजाम कैसे होगा? फौरन उसने एक लड़के से मिलवा दिया। टिकट ब्लैकियर्स किसी बाज की तरह अपना शिकार ढूंढते दिखे। लेकिन पुलिस वाले कहीं इसे रोकते नजर नहीं आए। आइसक्रीम बेचने वाले एक व्यक्ति ने भी टिकट का ऑफर दिया। उसने शाम के वक्त पंचमुखी मंदिर के पास आने को कहा। स्टेडियम के आस-पास रहने वाले लोगों का पूरा परिवार टिकट ब्लैक करने में लगा नजर आया। महिलाएं और बच्चे भी टिकट ब्लैक करती दिखीं। एक महिला ने 1700 रुपए वाले टिकट के लिए 2500 रुपए मांगा। 2000 रुपए में मांगने पर मना कर दिया। लाइन में लगकर लेते हैं टिकट


टिकट ब्लैक करने वाले पहले लाइन में लग कर टिकट खरीद रहे हैं। फिर बाहर निकल कर उसे ज्यादा कीमत पर बेचते हैैं। परिवार के कई सदस्य लाइन में लगे होते हंै। ज्यादातर महिलाएं और बच्चों को लाइन में लगाया जाता है। पुरुष बाहर रह कर टिकट बेचने का काम करते हैं। एक ब्लैकर ने बताया कि चार से पांच घंटा लाइन में लगने के बाद भी टिकट नहीं मिल पाता है। जब से टिकट की बिक्री शुरु हुई है तब से टिकट लेने के लिए लाइन लग रहे हंै। मुश्किल से 12 टिकट हाथ लगा है, उसी को बेच रहे हैं। दूसरी ओर आम लोग जो घंटों लाइन में लग कर काउंटर तक पहुंच रहे हैं, उन्हें कम रेट वाले टिकट खत्म होने की जानकारी मिलती है। जबकि सबसे कम रेट 900 और 1200 रुपए वाले टिकट दलालों ने पहले ही जुगाड़ कर लिया है।काउंटर वाले ही करते हैैं गड़बड़ी

टिकट काउंटर पर भी बैठे लोगों पर ब्लैक करने का आरोप लगा। धुर्वा के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि काउंटर में बैठने वाले शख्स की मिलीभगत से ही यह फर्जीवाड़ा हो रहा है। काउंटर पर बैठा शख्स टिकट काटने में सुस्ती बरतता है। दस मिनट में एक व्यक्ति को टिकट मिलता हैै। इस कारण से भी लोगों की लाइन कम नहीं होती। लाइन में खड़े-खड़े लोग परेशान होकर दलालों से संपर्क करते हैं। इन दलालों को भी काउंटर पर बैठा शख्स ही टिकट उपलब्ध कराता है। इसमें उसका भी कमीशन रहता है। हर बार किसी भी टूर्नामेंट से पहले यह खेल शुरू हो जाता है।ऑनलाइन भी ब्लैक स्टेडियम के पास तो जो खेल चल रहा है, वह तो है ही। इसके अलावा ऑनलाइन भी ब्लैक शुरू हो गया है। फेसबुक, वाट्सएप और इंस्टाग्राम पर टिकट का फोटो अपलोड कर खुलेआम दलाली चल रही है। सोशल मीडिया की मदद से टिकट का फोटो डालकर फोन नंबर पर संपर्क करने को कहा जाता है। जहां संपर्क करने पर कीमत से डबल पैसा देने और टिकट लेने की बात कही जाती है। डीजे-आई नेक्स्ट की टीम ने भी सोशल मीडिया पर दिए नंबर पर संपर्क किया, जहां 900 और 1200 रुपए वाला टिकट मौजूद होने की बात कही गई। जिसका दोगुना पैसा मांगा गया।

Posted By: Inextlive