रांची: हेलो मैं बोल रहा हूं, संगठन का आदमी हूं। सहयोग राशि के लिए आपको फोन किया गया है। मेरा आदमी जाएगा, उसे पांच लाख रुपए सहयोग राशि दे दीजिएगा। इस तरह के फोन कॉल एक बार फिर से सिटी के अफसरों व कारोबारियों के मन में भय पैदा करने लगे हैं। नक्सली के नाम पर फिरौती मांगने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। रांची के रंगदार भी एक्टिव हो गए हैं। बीते दो दिनों में दो रंगदारी के मामले सामने आ चुके हैं। दोनों ही मामलों में बीडीओ रैंक के पदाधिकारी से फिरौती मांगी गई। दिलचस्प बात यह है कि दोनों केस में एक करोड़ के ईनामी नक्सली पतिराम मांझी के नाम पर रंगदारी मांगी गई है। मामला थाने में दर्ज कर लिया गया है, पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। इधर, शहर में दो बडे़ मामलों ने अफसरों और बिजनेसमैन की परेशानी बढ़ा दी है। अपराधी एक ही नंबर से फोन कर अफसरों से फिरौती की डिमांड कर रहे हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं।

अफसरों-कारोबारियों में खौफ

पीएलएफआई के नाम पर लेवी मांगने के मामले पहले भी आते रहे हैं। दर्जनों गिरफ्तारियां भी हुई हैं, लेकिन उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। कुछ महीने शांत रहने के बाद दनादन एक के बाद एक केसेज से राजधानी के अफसर और कारोबारी सहित उनके परिवार दहशत में आ गए हैं। पैसे नहीं देने पर कई तरह की धमकी भरे फोन कॉल किए जा रहे हैं। तमाड़ के पूर्व बीडीओ राहुल कुमार से माओवादियों ने पांच लाख रुपए लेवी मांगी है। राहुल ने लालपुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला सुलझा भी नहीं थी कि बुंडू के बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायणी के पास भी इसी तरह का कॉल आता है उनसे भी पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी जाती है। पुलिस ने दोनों मामलों को गंभीरता से लिया है। एसएसपी के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है।

जेल से भी क्रिमिलल एक्टिविटी

होटवार जेल से भी क्रिमिनल एक्टिविटी जारी है। वहां बंद अपराधी के इशारे पर फिरौती मांगने से लेकर मर्डर तक की प्लानिंग हो रही है। इसका खुलासा कालू लामा गैंग के फरार अपराधी के पकड़ में आने के बाद हुआ। गिरफ्तार अपराधी निलेश प्रसाद उर्फ खबरी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि जेल से कुख्यात अपराधी कालू लामा के इशारे पर काम करता है। कालू अपने सबसे करीबी रोहन श्रीवास्तव को जेल से ही फोन पर हत्या और रंगदारी वसूलने की योजना बताता है। उस योजना को निलेश उर्फ खबरी और दीपक उरांव काढा अंजाम तक पहुंचाते हैं। जेल से इशारा मिलने के बाद ही खबरी और काढा बीते दिनों एदलहातू में एक जमीन कारोबारी की हत्या के मकसद से गए थे। लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

जेल में बैन है मोबाइल फोन का यूज

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार होटवार में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध है। लगातार जेल से रंगदारी मांगने जैसी शिकायतें आने के बाद जेल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर ही रोक लगा दी गई थी। लेकिन यह आदेश सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गया। जेल के अंदर फोन का इस्तेमाल अब भी हो रहा है और रंगदारी भी मांगी जा रही है। इस बात का खुलासा निलेश के गिरफ्त में आने के बाद हो चुका है।

कौन है पतिराम मांझी

इन दिनों एक करोड़ रुपए के ईनामी नक्सली पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के नाम पर लेवी मांगने की लगातार शिकायतें आ रही हैं। अफसरों और जमीन कारोबारियों को फोन पर सहयोग राशि देने अन्यथा अंजाम भुगतने की धमकी पतिराम के नाम पर दी जाती है। दरअसल, पतिराम उर्फ अनल दा ने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। वह हमेशा से पुलिस के लिए चुनौती बना रहा है। अब वह एनआईए के रडार पर भी है। एनआईए ने पतिराम को वांटेड घोषित कर रखा है। 2019 में पुलिस वाहन पर हमला कर पांच जवानों की हत्या के बाद पतिराम चर्चा में आया। इससे पहले भी वह कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। इन दिनों फिर एक बार दो अलग-अलग बीडीओ रैंक के अफसरों से फिरौती मांग कर पतिराम अफसरों और जमीन कारोबारियों में अपनी दहशत फैलाने की कोशिश कर रहा है।

Posted By: Inextlive