RANCHI : रांची रेल डिवीजन के रेलवे स्टेशनों पर हाइटेक सफाई के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर मशीनें मंगाई गई थीं। ताकि प्लेटफॉ‌र्म्स से लेकर रेल ट्रैक तक की सफाई इन मशीनों से कराई जाएगी। लेकिन कुछ दिनों में ही कई मशीनें अंडरग्राउंड हो गई। जिससे कि सारी तैयारी धड़ाम हो गई। अब फिर उसी पुराने ढर्रे पर स्टेशनों की सफाई मैनुअली ही कराई जा रही है। इसका खुलासा खुद रेलवे की ओर से शुरू विशेष सफाई अभियान के दौरान जारी की गई एक फोटो में हुआ है। इसमें मेकेनाइज्ड क्लीनिंग के स्टाफ हाथों से ही साफ-सफाई के कार्य में जुटे हुए हैं। इससे जहां काम की रफ्तार धीमी हो गई है। वहीं मैनुअली सफाई में लगे स्टाफ की परेशानी बढ़ गई है।

ट्रैक पर खुद से चुन रहे कचरा

रेलवे स्टेशन पर ट्रैक की सफाई के लिए सक्शन मशीन मंगाई गई थी। जिससे कि ट्रैक पर पड़े बोतल, डिस्पोजल ग्लास के अलावा डिब्बे व कागज के टुकड़ों को मशीन खींच लेती थी। जिसे बाद में दूसरी जगह ले जाकर खाली कर दिया जाता था। लेकिन अब ट्रैक पर सफाई कर्मी खुद से कचरा चुन रहे हैं।

टॉयलेट की सफाई भी हाथ से

ट्रेन से लेकर प्लटेफॉर्म के टॉयलेट की सफाई के लिए भी मशीनें अवेलेबल हैं। इसके अलावा टॉयलेट की क्लीनिंग के लिए ब्रश भी दिए गए हैं। लेकिन विडंबना यह है कि स्टाफ ग्लब्स पहनकर हाथों से टॉयलेट की सफाई कर रहे हैं। जिससे यह साफ है कि यहां स्टाफ का शोषण किया जा रहा है।

स्टाफ की ट्रेनिंग गई बेकार

मेकेनाइज्ड क्लीनिंग के स्टाफ को लेटेस्ट मशीनें चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी। ताकि वे मशीनों का संचालन कर सकें। वहीं सफाई व्यवस्था को भी दुरुस्त बनाने की पहल की गई थी। लेकिन मैनुअली सफाई से काम की रफ्तार धीमी हो गई है। वहीं स्टाफ को भी परेशानी हो रही है सो अलग। इसके अलावा उनकी ट्रेनिंग भी बेकार हो गई।

Posted By: Inextlive