रांची: पहाड़ी के नजदीक मधुकम में बीएसयूपी योजना के तहत बने 162 फ्लैट में अधिकतर खाली पड़े हैं, आज भी यहां रहने वाले लोगों का इंतजार करना पड़ रहा है। रांची नगर निगम के आंकड़ों में ये आवास वाल्मीकि नगर के विस्थापितों को आवंटित किए जा चुके हैं। जबकि हकीकत यह है कि जिन लाभुकों को आवास आवंटित किए गए हैं, उन्होंने अब तक निगम में 35,000 रुपये की निर्धारित राशि जमा ही नहीं की है। दूसरी ओर संबंधित लाभुक मधुकम में आवंटित आवास में रहने के लिए तैयार भी नहीं हैं। नगर निगम में अप्रत्यक्ष रूप से ये आवास आवंटित हो चुके हैं, लेकिन जब तक नगर विकास विभाग की ओर से इन आवासों का आवंटन रद नहीं कर दिया जाता, तब तक किसी अन्य लाभुकों को ये आवास आवंटित नहीं किए जा सकते हैं।

गरीबों के लिए बना है आशियाना

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जेएनएनयूआरएम के तहत शहर को स्लम मुक्त करने के लिए बेसिक सर्विसेज फ ॉर अर्बन पुअर योजना के तहत यह बनाया गया है। गरीब, निर्धन परिवार जिनके पास रहने के लिए अपने मकान नहीं हैं, वैसे लोगों को बसाने के लिए बीएसयूपी योजना के तहत पक्के आवास बनाकर तैयार किए गए हैं। मधुकम में लगभग 11 करोड़ की योजना से भवन का निर्माण कराया गया था, लेकिन करोड़ों के बजट से निर्मित इस भवन की हालत अब जर्जर हो रही है।

21 यूनिट में 336 फ्लैट

मधुकम में कुल 21 यूनिट में कुल 336 फ्लैट का निर्माण किया गया है। लेकिन अब तक सिर्फ 10 यूनिट के 148 फ्लैट का ही आवंटन हुआ है। बाकी बचे 188 फ्लैट बीते तीन सालों से भी ज्यादा समय से खाली पड़े हुए हैं। इन खाली पडे फ्लैट्स को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। न बाउंड्री की गयी है और न ही अन्य कोई सुरक्षा के इंतजाम हैं।

बर्बाद हो रहे आवास

मधुकम में निर्मित 162 से अधिक जी प्लस थ्री बीएसयूपी आवास रखरखाव के अभाव में बर्बाद हो रहे हैं। इन खाली आवासों में न तो कोई रहने वाला है और न ही निगम की ओर से देखरेख की जा रही है। सिर्फ यही नहीं, भवन की छत पर पानी की टंकी के ओवरफ्लो होने से जलजमाव भी हो रहा है। हालात ऐसे ही रहे तो जी प्लस आवास जल्द ही जर्जर हो जाएंगे।

सामान हो रहे हैं गायब

मधुकम में बने आवासों के खाली पड़े रहने के कारण चोर-उचक्कों को मौका मिल गया है। दरवाजे की कुंडी तोड़ कर कमरे के अंदर लगे बिजली के तार, पानी की टंकी समेत अन्य सामग्री चुरा ली गयी। इन आवासों से मात्र दस कदम की दूरी पर सुखदेव नगर थाना अवस्थित है। लेकिन थाने को इससे कोई लेना-देना नहीं है। लोगों का आरोप है कि सब कुछ जानते हुए भी पुलिस कुछ नहीं कर रही है।

Posted By: Inextlive