ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के बाद बाहर छोड़ दी गई है प्लास्टिक की पाइप. रोज हो रहे हादसे काम पर निकले लोग चोटिल हो पहुंच रहे हैं घर.


रांची(ब्यूरो)। सिंह मोड़ हटिया में सड़क के बीचो-बीच पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़क को यूं ही छोड़ दिए जाने के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैैं। यहां फाइबर बिछाए जाने के बाद प्लास्टिक की पाइप को सड़क पर निकालकर छोड़ दिया गया है। इससे रोज कोई न कोई बाइक सवार गिर रहा है। बुधवार को भी यहां एक हादसा हो गया। एक साथ चार गाडिय़ां टकराईं, लेकिन गनीमत यह रही कि किसी की जान नहीं गई। काफी दिनों से ऐसी ही है स्थिति
सिंह मोड़ में सड़क के बीचो-बीच फाइबर के पाइप निकाल कर छोड़े हुए लंबा वक्त बीत चुका है। स्थानीय लोग किसी प्रकार मैनेज करके चलते हैैं, लेकिन वाहन चालक यहां चकमा खा जाता हैं। बुधवार को सुबह करीब 10 बजे तीन बाइक सवार (स्प्लेंडर, एवेंजर, पल्सर) और एक कार के बीच भारी टक्कर हो गई। चारों गाडिय़ां स्पीड में थीं। चौराहे पर निकली हुई पाइप पर बाइक सवार ने मुड़ते वक्त ध्यान नहीं दिया और तुरंत ब्रेक लगाने पर पीछे से आ रही दो बाइक और एक कार में जोरदार टक्कर हो गई। जिस बाइक सवार के कारण टक्कर हुई, वह मौके से फरार हो गया। बाकी के दो लोगों के बाइक के पुर्जे सड़क पर बिखर गए। साथ ही कार की एक टायर जोर से ब्रेक मारने के कारण ब्लास्ट हो गई। एक को आई गंभीर चोटइस हादसे में एक बाइक सवार जिनकी उम्र करीब 55 साल थी, उन्हें हाथ में गंभीर चोट आई। मौके पर स्थानीय लोगों ने उन्हें पास स्थित मेडिकल हाल में मरहम पट्टी करवाई। वे अपने काम पर जा रहे थे। मरहम पट्टी करवा कर स्थानीय लोगों ने उन्हें उनके घर तक छोड़ दिया। एक अन्य बाइक सवार को तो ज्यादा चोट नहीं आई, लेकिन उनकी बाइक के पुर्जे बिखर गए। उन्हें पास के ही गैरेज में अपने बाइक को ठीक कराना पड़ा। क्यों हो रहे हैैं हादसे सिंह मोड़ स्थित चौराहे के पास जो पाइपलाइन बिछी है, उसकी वजह से तेज गति से आ रहे वाहन डिसबैलेंस होकर ब्रेक मारते हैैं, तो दूसरी दिशा से आ रही गाड़ी का भी बैलेंस बिगड़ता है। पेयजल या गैस की पाइपलाइन बिछाने या लीकेज सुधारने के नाम पर शहर की मुख्य सड़कों में गड्ढे तो खोद दिए जाते हैं, लेकिन काम पूरा हो जाने के बाद एक भी गड्ढे को भरा नहीं जाता। इसी वजह से हादसे हो रहे हैैं। और गड्ढे हंै शहर में


-कुछ ऐसी स्थिति हवाई नगर मेंसड़क की भी है। पेयजल की पाइपलाइन बिछाने के लिए गड्ढे खोद दिए गए पर न ही घेराबंदी की गई और न ही कोई डेंजर जोन का साइनबोर्ड लगाया गया है।-कांटाटोली से कोकर जा रही सड़क पर गड्ढे यूं ही छोड़ दिए गए हैं, जिसमे लोहे की छड़ निकली हुई है। यहां भी रात में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। यहां भी हादसा हो सकता है।

Posted By: Inextlive