-टाइगर जवानों को भी जिम्मेवारी

- थाना के अफसर भी करेंगे ड्यूटी, निगरानी करेंगे वरीय अधिकारी

रांची : रांची में बीट पुलि¨सग के लिए शहर के हर गली मोहल्ले का पूरा डेटा तैयार किया जाएगा। किस गली में कौन वीवीआइपी, कहां अपराधियों का जमावड़ा, किस गली का रहने वाला अपराधी हाल में जेल से छूटा है, किस घर में बाहरी किराएदार रहने आया है, इस तरह की सभी जानकारियां पुलिस इकट्ठा करेगी। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। बीट पुलि¨सग के लिए थाना के अफसरों के अलावा टाइगर जवानों को भी लगाया गया है। राजधानी रांची में हाल के दिनों में किराये के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थीं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि बीट पुलि¨सग के काम में तेजी लाई जाएगी। कोरोना की वजह से बीट पुलि¨सग पर ब्रेक लग गया था। लेकिन अब नए सिरे से काम किया जा रहा है। गली-मोहल्लों में अपराध की वारदातों पर ब्रेक लगाने के साथ-साथ किराएदार वेरिफिकेशन का काम भी प्रमुखता से करवाया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी वरीय अधिकारी करेंगे।

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टाइगर जवानों की संख्या हुई 62

पूर्व में शहर में 57 टाइगर जवान थे, लेकिन हॉट स्पॉट का चयन कर संख्या बढ़ाकर 62 कर दी गई है। इनमें कुछ ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा गया है। ग्रामीण इलाकों में कांके, नामकुम और तुपुदाना में अतिरिक्त तैनाती की गई है। साथ ही सिटी एसपी ने चेताया है कि टाइगर मोबाइल के ड्यूटी वाले क्षेत्र में किसी तरह का अपराध होता है तो वे जिम्मेदार माने जाएंगे। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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जीपीएस से मिलेगा लोकेशन

सभी 62 मोटरसाइकिलों में जीपीएस लगे हुए है। इन जीपीएस की लोकेशन ट्रैक करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और ग्रामीण एसपी के मोबाइल पर एक एप भी इंस्टॉल है। इसके जरिए यह देखा जाता है कि कौन टाइगर जवान किस लोकेशन पर है।

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डायरी में देना होगा काम का ब्यौरा

टाइगर जवानों को अपने शिफ्ट के पूरे काम का ब्यौरा देना होगा। इसके लिए टाइगर मोबाइल में पदस्थापित सभी जमादारों को डायरी दी गई है। गश्ती के दौरान उन्हें घटनाओं को रोकना है। अगर कोई संदिग्ध नजर आए तो जानकारी तुंरत संबंधित इलाके के थानेदार, टेट्रा और पीसीआर पुलिस को देनी होगी। सूचना के आधार पर संबंधित इलाके के थानेदार को तुरंत कार्रवाई करेंगे। डायरी में भी इसे लिखना होगा। टाइगर जवानों की डायरी की जांच हर दिन उनके क्षेत्र के थानेदार करेंगे। सप्ताह में एक बार इसका सुपरविजन डीएसपी स्तर के अधिकारी भी करेंगे।

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Posted By: Inextlive