अभियान: एक था तालाब

-शहर के लोगों की नगर निगम से अपील, तालाब को पार्क न बनाएं

-पार्क निर्माण में खर्च होने वाले करोड़ों रुपए से तालाब के गहरीकरण में लगे

RANCHI: प्लीज, डिस्टिलरी तालाब को तालाब ही रहने दिया जाए। इसे कंक्रीट का जंगल या पार्क न बनाया जाए। जो पैसा यहां पर पार्क व अन्य निर्माण में खर्च हो रहा है। उसका इस्तेमाल तालाब को गहरा करने में किया जाए। यहां से अतिक्रमण हटाया जाए। तालाब के किनारे पौधे लगवाए जाएं। इससे जहां तालाब में वर्षा का पानी ठहरेगा। वहीं आसपास के इलाकों में वाटर लेवल भी ठीक रहेगा। यह अपील रांची नगर निगम क्षेत्र के निवासियों ने की है, जो डिस्टिलरी तालाब को पार्क बनाए जाने से चिंतित हैं।

जो पार्क है, पहले उसे संभाले नगर निगम

रांची नगर निगम में आधा दर्जन ऐसे पार्क हैं, जो या तो बदहाल हैं या बंद पड़े हैं। ऐसा इसलिए है कि रांची नगर निगम इसको संचालित ही नहीं कर पा रहा है। ऐसे में भला एक और पार्क की क्या जरूरत है। डिस्टिलरी तालाब में पार्क बनाने को लेकर लोग इसलिए भी विरोध कर रहे हैं। रांची नगर निगम के खिलाफ लोग इसको लेकर मोर्चा भी खोल रहे हैं।

वर्जन

क्-रांची नगर निगम पैसे की कर रहा बर्बादी

डिस्टिलरी तालाब की स्थिति सुधारी जाए। हम लोगों ने नगर निगम से लेकर विधायक, सांसद तक गुहार लगाई थी। इसके बाद सौंदर्यीकरण का काम शुरू हुआ, लेकिन यहां पर जो काम हो रहा है, वो लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम है। तालाब से अतिक्रमण हटाए बिना सौंदर्यीकरण के नाम पर पार्क बनाया जा रहा है। ऐसे में इस तालाब का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।

कन्हैया झा, कोकर

ख्-कोकर-लालपुर के लिए महत्वपूर्ण तालाब

डिस्टिलरी तालाब कोकर और लालपुर की जनता के लिए महत्वपूर्ण है। इसका सफाई और सौंदर्यीकरण होना ही चाहिए। यह हम लोग भी चाहते थे लेकिन यहां पर जो काम हो रहा है, वो इस तालाब के अस्तित्व को ही मिटा कर रख देगा। नेचुरल वाटर रिसोर्स को खत्म कर आर्टिफिशियल वाटर बॉडी बनाने की बात समझ से परे है। ऐसे में बिना पानी के यह तालाब कैसे रहेगा।

मानिक चंद ठाकुर

फ्-डिस्टिलरी तालाब को बचाना है

आजकल जिस तरह से रांची में पानी को लेकर हा-हाकार मचा है। ग्राउंड वाटर नीचे चला गया है। लगता है उसके बाद भी रांची नगर निगम ने सबक नहीं लिया है। डिस्टलरी तालाब को सौंदर्यीकरण के नाम पर बर्बाद किया जा रहा है। जिन लोगों ने तालाब का अतिक्रमण किया, उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे जैसे-तैसे डिस्टिलरी तालाब का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।

प्रदीप कुमार

ब्- हर आदमी की जिम्मेदारी है

डिस्टिलरी तालाब यहां की जनता से सीधे जुड़ा हुआ मामला है। आज इसके अस्तित्व पर संकट आ गया है। इसे बचाने की जरूरत है। इस तालाब को जीवित करने की जरूरत है। इस तालाब में पार्क बनाने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे गहरा करने की जरूरत है। ताकि यहां पर सालों भर पानी रहे और आसपास का वाटर लेवल मेंटेन रहे।

ललिता देवी

Posted By: Inextlive