RANCHI:महामारी के इस दौर में अधिकतर लोगों ने होम आइसोलेशन में रहकर ही कोरोना को मात दी है। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को सरकार ने 104 नंबर की सुविधा उपलब्ध कराई है। इसके तहत यहां पर डॉक्टर मौजूद होते हैं जो लोगों को सलाह देते हैं। लेकिन एक सेवा ऐसी है, जो पिछले साल 20 मई को राज्य सरकार ने शुरू की थी। यह है ई संजीवनी एप। इसके माध्यम से घर पर होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन इस बार इस एप का उपयोग नहीं के बराबर हो रहा है। रांची में रोजाना 5 से 7 लोग ही इस एप के माध्यम से डॉक्टरी सलाह ले रहे हैं। पूरे राज्य भर में 15 से 20 लोग हर दिन इसका लाभ ले रहे हैं।

डॉक्टर व्हाट्सएप से भेजते हैं पर्ची

लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों से बचाने के लिए ऑनलाइन ई-ओपीडी की शुरुआत की गई थी, जिससे लोगों को इलाज के लिए हॉस्पिटल आने की जरूरत न पड़े। लेकिन इसका फायदा मरीज नहीं उठा पा रहे हैं। घर बैठे ही वे अपनी बीमारी का इलाज करा सकते हैं। साथ ही डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद उन्हें पर्ची भी उनके नंबर पर भेज दी जा रही है, जिससे मरीजों को दवा खरीदने में कोई परेशानी नहीं होगी।

ई-संजीवनी एप से इलाज

सरकार ने इस एप को चालू कर दिया, जिससे घर बैठे लोग एप की मदद से अपना इलाज करा सकें। इस एप में लोगों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद उन्हें टोकन जारी किया जाता है, जिसकी मदद से वे संबंधित डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं। वहीं उनके एप पर प्रेस्क्रिप्शन भेज दिया जाता है। लेकिन इस कोरोना में इस एप का उपयोग नहीं के बराबर हो रहा है। इसका एक और कारण है कि सरकार इस एप का प्रचार-प्रसार करने में पीछे रह गई है। इस एप का प्रचार प्रसार बहुत अधिक नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण बहुत सारे लोगों को पता भी नहीं है कि इसका क्या उपयोग होता है।

ई-संजीवनी का यह है मकसद

लॉकडाउन में घर बैठे चिकित्सकों से ऑनलाइन सलाह दिलाने के लिए इस एप को लांच किया गया था। इसके लिए भारत सरकार की ई-टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी ओपीडी झारखंड में भी जारी की गई थी। पिछले साल मई महीने में शुरू की गई थी। ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से कोई भी व्यक्ति इससे जुड़कर ऑडियो एवं वीडियो के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से चिकित्सीय सलाह एवं दवा की जानकारी ले सकता है। इसके माध्यम से ई-पर्ची भी प्राप्त की जा सकती है। वर्तमान में आठ डॉक्टरों द्वारा झारखंड के विभिन्न जिलों में यह सुविधा दी जा रहा है। झारखंड देश का 12वां राज्य है, जिसने ई संजीवनी ओपीडी सेवा के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श देना शुरू किया है। इसके तहत वेबसाइट ईसंजीवनीओपीडी डॉट इन पर कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन कर यह सेवा प्राप्त कर सकता है।

यह है ओपीडी की टाइमिंग

जेनरल ओपीडी - मंडे से सैटरडे-11 बजे सुबह से 1 बजे दोपहर और 3-5 बजे शाम

साइकियाट्री ओपीडी - मंडे से सैटरडे- 1-2 बजे दोपहर

जेनरल मेडिसीन ओपीडी - मंडे 2-3 बजे दोपहर

आर्थो एंड पेडियाट्रिक्स - ट्यूजडे- 2-3 बजे दोपहर

सर्जरी ओपीडी - वेडनेसडे - 2-3 बजे

गायनी-ऑपथैल्मोलॉजी - थर्सडे-2-3

इएनटी एंड डेंटल ओपीडी - फ्राइडे- 2-3 बजे दोपहर

डर्मैटोलॉजिस्ट ओपीडी - सैटरडे- 2-3 बजे दोपहर

Posted By: Inextlive