RANCHI:ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनवाने के लिए भी जल्द ही अनुमति मिल सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी सप्ताह से डीएल बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। कोरोना की वजह से पिछले सात महीने से अधिक समय से ड्राइविंग लाइसेंस बनना बंद है। इस वजह से ऐसे लोग जिन्होंने लाइसेंस बनने के लिए आवेदन किया है उन्हें काफी परेशानी हो रही है। लाइसेंस नहीं होने के कारण कई बार सड़कों पर पुलिस के सवालों का जवाब देना पड़ रहा है, हालांकि कोर्ट के आदेश की वजह से फिलहाल फाइन नहीं लगाया जा रहा है। 31 अक्टूबर के बाद फाइन लगना शुरू हो जाएगा। इसे देखते हुए लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। उम्मीद है कि इसी महीने से लर्निग और ड्राइविंग लाइसेंस बनना शुरू हो जाएगा।

जल्द मिलेगी गाइडलाइन

ड्राइविंग लाइसेंस बनाने, टेस्ट लेने आदि से संबंधित जल्द ही एक गाइडलाइन सभी डीटीओ ऑफिस में भेज दिया जाएगा। गाइडलाइन के अनुसार ही आवेदन लेने से लेकर डीएल के लिए सभी प्रोसेस किए जाएंगे। वैश्रि्वक महामारी से बचाव को देखते हुए गाइडलाइन तैयार होगा। जिसमे भीड़ नहीं लगाने पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार टेस्ट के लिए कुछ ही लोगों का स्लॉट बुक किया जाएगा। हालांकि अन्य सभी प्रक्रियाएं पहले की ही तरह रहेंगी। कम संख्या में लोगों को बुलाकर उनका टेस्ट लिया जाएगा। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा पालन होगा। मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। किसी भी आवेदक को बगैर मास्क के आने पर उन्हें टेस्ट देने से रोक दिया जाएगा। वहीं ऑफिस के स्टॉफ को भी मास्क लगाना जरूरी है।

लोगों को हो रही परेशानी

सिटी के सैकड़ों लोग लाइसेंस बनाने का इंतजार कर रहे हैं। मार्च के पहले से ही लाइसेंस के हजारों आवेदन पेंडिंग हैं। लॉकडाउन की वजह से अप्रैल से सबकुछ ठप हो गया था, जो अब भी बंद है। इस दौरान काफी लोग अपने आवेदन को लेकर ऑफिस का चक्कर लगा चुके हैं। हर दिन दर्जनों लोग ऑफिस आकर पूछताछ कर लौट रहे हैं।

मैंने फरवरी में ही लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था। सबकुछ हो चुका था। सिर्फ टेस्ट देना बाकी था। स्लॉट नहीं मिलने के कारण टेस्ट नहीं दे पा रहा था। अचानक लॉकडाउन लग जाने से काम पेंडिंग रह गया। अब जल्द खुलने का इंतजार है।

-विक्रम कुमार

वर्जन

आदेश तो अभी तक नहीं आया है, लेकिन विभाग में इसे लेकर मंथन चल रहा है। उम्मीद है अगले सप्ताह से लाइसेंस बनना शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम भीड़ कंट्रोल करने में आएगी। हमारे यहां स्टाफ की कमी है, और स्पेस भी कम है। फिर भी लोगों को अवेयर करते हुए सारी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।

- प्रवीण कुमार प्रकाश, डीटीओ, रांची

Posted By: Inextlive