रांची: लगभग महीने के लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को फिर से रांची में ड्राइविंग लाइसेंस बनने का काम शुरू हो गया। पहले दिन लाइसेंस बनाने के लिए लोगों में अफरा-तफरी देखी गई। लेकिन जिला परिवहन पदाधिकारी और उनके कर्मचारियों ने स्थिति को संभाल लिया। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनने का काम लगातार जारी रहेगा। पहले दिन 190 लोगों ने टेस्ट दिया।

फोटोग्राफी में प्रॉब्लम

पहले दिन लॉकडाउन से पूर्व आवेदन करने वाले 195 आवेदकों के दस्तावेज की स्क्रूटनी और फोटोग्राफी के लिए बुलाया गया। हालांकि, यहां सबसे बड़ी चुनौती सोशल डिस्टेंसिंग की रहेगी। क्योंकि, समाहरणालय के थर्ड फ्लोर स्थित डीटीओ कार्यालय में एक साथ अगर इतने लोग पहुंचेंगे तो भीड़ लगनी तय है। हालांकि विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण को देखते हुए खड़े होने के लिए स्टीकर चिपकाया गया है। साथ ही भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है। मालूम हो कि 22 मार्च से रांची सहित राज्य भर में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम बंद है। लॉकडाउन से पूर्व लर्नर लाइसेंस (एलएल) बनाने का आवेदन करने वालों की सूची बनाई गई जिसे विभागीय पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। सूची में आवेदक के नाम के साथ उनके आने की तिथि भी अंकित कर दी गई है, जिन आवेदकों का नाम सूची में है उन्हीं के दस्तावेज की स्क्रूटनी होगी और फोटोग्राफी होगी।

परमानेंट डीएल को फिर से स्लॉट बुक

रांची जिला में 6000 एलएल व 2000 परमानेंट डीएल के आवेदन पेंडिंग हैं। हालांकि, परमानेंट डीएल के लिए आवेदकों को नए सिरे से स्लॉट बुक करना होगा। मालूम हो कि जिला परिवहन कार्यालय की ओर से एलएल के लिए 100 और परमानेंट डीएल के लिए 150 का स्लॉट निर्धारित किया गया है। जबकि पहले एलएल के लिए 300 और डीएल के लिए 250 स्लॉट निर्धारित थे।

महिलाओं के लिए विशेष काउंटर

कोरोनाकाल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसके लिए जिला परिवहन कार्यालय में अब दो की जगह चार काउंटरों पर फोटोग्राफी हो रही है। वहीं, एक काउंटर महिलाओं के लिए विशेष रूप से बनाया गया है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। डीटीओ प्रवीण प्रकाश का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग की तैयारी पूरी कर ली गई है। स्टीकर चिपकाया गया है। भीड़ के कारण कोई परेशानी न हो, इसके लिए पुलिसकर्मी भी उपस्थित रहेंगे।

Posted By: Inextlive