RANCHI:कोरोना का कहर जारी है। हर ओर कोरोना के मरीज घूम रहे हैं। ऐसे में लोगों को बीमारी से बचाने के लिए ऑनलाइन इ ओपीडी की शुरुआत की गई, जिससे की लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिए हॉस्पिटल आने की जरूरत न पड़े। अब ये सर्विस मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। वहीं मरीजों को इलाज के लिए हॉस्पिटलों के झंझट से भी छुटकारा मिल गया है। घर बैठे ही वे अपनी बीमारी का इलाज करा रहे है। साथ ही डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद उन्हें पर्ची भी उनके नंबर पर भेज दी जा रही है, जिससे मरीजों को दवा खरीदने में कोई परेशानी नहीं होगी।

इ संजीवनी एप से इलाज

सरकार ने इस एप को पूरे देश में चालू कर दिया, जिससे की घर बैठे लोग एप की मदद से अपना इलाज करा रहे हैं। इस एप में लोगों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद उन्हें टोकन जारी किया जाता है, जिसकी मदद से वे संबंधित डॉक्टरों से कंसल्ट कर सकते हैं। वहीं उनके एप पर प्रेस्क्रिप्शन भेज दिया जाता है।

हर दिन 104 पर 2400 कॉल्स

लॉकडाउन के बाद जब ओपीडी खोलने की छूट मिली तो भी लोग इलाज के लिए हॉस्पिटल आने को तैयार नहीं है। ऐसे में 104 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल्स का लोड बढ़ गया है। हर दिन 2400 लोग अपनी बीमारी को लेकर कॉल कर रहे हैं, जहां से तत्काल सभी मरीजों को मदद भी का जी रही है। इसका अलावा उन्हें दवाएं व इलाज भी बताए जा रहे है। एक अधिकारी की मानें तो इससे पहले इतने ज्यादा कॉल नहीं आते थे।

रिम्स में सुस्त पड़ी रफ्तार

डायरेक्टर डॉ डीके सिंह ने आनलाइन ओपीडी की शुरुआत की थी। लेकिन उनके जाते ही व्यवस्था ठप हो गई। जबकि इससे काफी मरीजों को फायदा हो रहा था। वहीं रिम्स आने-जाने के झंझट से छुटकारा मिल गया था। वहीं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दोबारा चालू करने के आदेश के बाद भी इस व्यवस्था को रफ्तार नहीं मिली है।

इ संजीवनी पर ओपीडी की टाइमिंग

जेनरल ओपीडी: मंडे से सैटरडे-11 बजे सुबह से 1 बजे दोपहर और 3-5 बजे शाम

साइकियाट्री ओपीडी: मंडे से सैटरडे- 1-2 बजे दोपहर

जेनरल मेडिसीन ओपीडी: मंडे 2-3 बजे दोपहर

आर्थो एंड पेडियाट्रिक्स: ट्यूजडे- 2-3 बजे दोपहर

सर्जरी ओपीडी: वेडनेसडे- 2-3 बजे

गायनी-आपथैल्मोलॉजी: थर्सडे-2-3

इएनटी एंड डेंटल ओपीडी: फ्राइडे- 2-3 बजे दोपहर

डर्मैटोलॉजिस्ट ओपीडी: सैटरडे- 2-3 बजे दोपहर

104 पर 24 घंटे सर्विस

एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम 24 घंटे अवेलेबल है, जहां पर हर तरह की बीमारियों के लिए डॉक्टर्स सलाह दे रहे हैं। वहीं स्थिति को देखते हुए मरीजों को हॉस्पिटल ले जाने की भी एडवाइस देने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कई डॉक्टर्स तो मरीजों को हॉस्पिटल ले जाने तक आन कॉल गाइड भी करते हैं ताकि मरीज को सही सलामत हॉस्पिटल तक पहुंचाया जा सके। 104 पर एक्ने, अबॉमिनल पेन, कोल्ड, फीवर, हेडेक, हेयर लॉस, फंगल इन्फेक्शन, गैस के अलावा कई अन्य तरह की बीमारियों को लेकर मरीजों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive