RANCHI: झारखंड में साइबर क्राइम थमने के बजाय काफी तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष ख्0क्भ् में क्7ख्, ख्0क्म् में ख्ख्क् मामले दर्ज हुए। वहीं, वर्ष ख्0क्7 में ख्क् फरवरी तक ही कुल क्भ्8 मामले दर्ज हो चुके हैं। यानी मात्र भ्ख् दिनों में ही कुल क्भ्8 केसेज दर्ज हो चुके हैं। अर्थात हर दिन करीब तीन मामले दर्ज हो रहे हैं। इससे समझा जा सकता है कि साइबर क्राइम कितनी तेजी से राज्य में बढ़ रहा है। साइबर क्राइम के इन मामलों में एटीएम फ्राड, फर्जी तरीके से ईमेल कर धमकाने, ब्लैकमेलिंग या फिर वेबसाईट हैकिंग के केसेज शामिल हैं।

ये सावधानियां जरूरी

एक्सप‌र्ट्स कई तरह की सावधानियां बरतने की हिदायत दे रहे हैं। जैसे एटीएम के इस्तेमाल से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि कोई छुपा कैमरा तो नहीं है, जो आपके पिनकोर्ड आदि को देख रहा हो। एटीएम मशीन को ध्यान से देखने की बात भी करते हैं, ताकि उसमें छिपे किसी ऐसी मशीन की जानकारी मिल सके, जो आपका डेटा सेव कर लेता हो।

साइबर थानों पर जोर

राज्य पुलिस के अधिकारी भी इस बात को स्वीकार करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं कि साइबर अपराध की संख्या में काफी तेजी से बढोतरी हो रही है। आईजी सम्पत मीणा कहती हैं कि बढ़ते साइबर अपराध पर लगाम लगाने और इसके उद्भेदन के लिए सूबे के एकमात्र साइबर थाना को जहां मजबूत किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रमंडलीय स्तर पर साइबर थाना खोलने और जिलों में विशेष साइबर टेक्निकल सेल बनाने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है।

Posted By: Inextlive