राहत किट बांटने में हुई बड़ी लापरवाही लोगों को मिली एक्सपायर्ड दवाएं. कोरोना किट में दवा के साथ सेनेटाइजर और ट्रिपल लेयर मास्क भी दिया गया. किट में एंटी एलर्जी की दवा लेवोसेम-एम 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है.


रांची(ब्यूरो)। राजधानी में कोरोना संक्रमण लोगों में बड़ी तेजी से फैल रहा है। लोग खुद डर कर और संभल कर रहे हैं। जो लोग कोरोना से बीमार हो गए हैं, उनके लिए जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट देने का निर्णय लिया है, ताकि लोगों को घर पर ही दवा की सुविधा उपलब्ध हो सके। लेकिन रांची जिला प्रशासन द्वारा घर पर रहने वाले संक्रमित लोगों को एक्सपायरी दवा बांट दी गई है। हालांकि दवा बांटने के साथ ही लोगों ने प्रशासन को तुरंत बताया कि उनको एक्सपायरी दवा मिल गई है। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और दोषी लोगों को चिन्हित किया जाने लगा।एंटी एलर्जी की दवा एक्सपायर
संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत दी गई है। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को इंसिडेंट कमांडर (अंचलाधिकारी) के माध्यम से मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट दिया गया है। कोरोना किट में दवा के साथ सेनेटाइजर और ट्रिपल लेयर मास्क भी दिया गया है। लेकिन राहत किट बांटने में बड़ी लापरवाही हुई है। किट में एंटी एलर्जी की दवा (लेवोसेल-एम) लेवोसेट्रीजीन 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है। ये दवा सैकड़ों संक्रमितों तक पहुंच गयी है। टैबलेट 1 दिन में एक बार संक्रमित मरीज को खानी है। 10 दिन इस टैबलेट को मरीजों को खाने की सलाह दी गयी है।डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर की लापरवाही एक्सपायरी दवा के मामले में बुंडू के एसडीएम अजय कुमार साव ने कहा है कि उनके संज्ञान में भी एक्सपायरी दवा का मामला आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी रांची डीसी छवि रंजन को दे दी गयी है। एसडीएम बुंडू ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (डीपीएम) समरेश कुमार की लापरवाही है। वहीं रांची सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने कहा कि पुराने किट में दवा चेंज करने के दौरान गलती हुई है। जिसकी गलती से किट के माध्यम से एक्सपायरी दवा दी गयी है, उसपर जांच करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाएगी।इंसीडेंट कमांडर पहुंचाते हैं किट


रांची जिले में सभी इंसिडेंट कमांडर अपने-अपने क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट के उपलब्ध करा रहे हैं। इंसिडेंट कमांडर के स्तर से टीम का गठन किया गया है जो लोगों तक किट पहुंचा रही है। रांची में कोविड-19 संक्रमित मरीजों की जिला स्तरीय कॉल सेंटर सेल द्वारा ट्रैक कर उन तक मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट पहुंचाई जा रही है। मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी और कांटैक्ट हिस्ट्री से संबंधित जानकारी लेने के साथ उन्हें चिकित्सकीय परामर्श भी कॉल सेंटर सेल द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है।क्या है पूरा मामलाकोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत दी गयी है। उन्हें इंसिडेंट कमांडर की निगरानी में कोरोना किट बांटे जा रहे हैं। दवा के अलावा किट में सेनेटाइजर और मास्क भी दिया गया। लेकिन किट में दी गयी एंटी एलर्जी की दवा लेवोसेल-एम 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी थी। ये दवाएं मरीजों के हाथों में पहुंचीं तब इसका खुलासा हुआ।

मुख्यमंत्री राहत किट में एक्सपायरी दवा देने की बात कुछ लोगों ने की है। इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, इस दवा का इस्तेमाल किसी भी मरीज ने नहीं किया है। जो भी व्यक्ति इस मामले में जिम्मेदार होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।अजय कुमार, एसडीओ, बुंडू

Posted By: Inextlive