आपके स्मार्ट किचन में इन दिनों पुराने गैस सिलिंडर की सप्लाई हो रही है.


रांची (ब्यूरो): किसी सिलिंडर में डेट एक्सपायर रहता है तो किसी का रंग उखड़ा हुआ है और कई जंग लगा रहता है। इतना ही नहीं कोई सिलिंडर तो दबा-पचका हुआ भी रहता है। रिफिलिंग से पहले न तो इनकी सफाई होती है और न ही कलरिंग। इससे हादसे की आशंका बनी रहती है। लोगों की मानें तो सिर्फ 10 परसेंट ही अच्छे सिलिंडर घर पहुंचाए जा रहे हैैं। तीन कंपनियों से सप्लाई रांची में अलग-अलग तीन कंपनियों (इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम) द्वारा गैस की आपूर्ति की जाती है। एक कंपनी के अधिकारी ने बताया कि रांची और उसके आसपास के इलाके में तीनों कंपनियों को मिलाकर करीब 15 हजार गैस सिलिंडर की आपूर्ति हर दिन की जाती है। इसमें सबसे अधिक इंडियन ऑयल (आधा से अधिक) के सिलिंडर की आपूर्ति होती है। एजेंसी भी है जिम्मेवार


पुराने सिलिंडर घरों तक पहुंचाने में एजेंसी भी जिम्मेवार है। खराब और बिना पेंट वाले सिलिंडर कंपनी में वापस करना है। कंपनी की ओर से एजेंसी को कहा गया है कि अगर पेंट खराब हो गया है तो वापस कर दें, प्लांट में पेंट कर दिया जाएगा। लेकिन एजेंसी वाले एलपीजी सिलिंडर कंपनी को वापस नहीं करते हैं। एक एजेंसी वाले ने बताया कि उन्हें डिमांड से कम सिलिंडर उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें प्लांट में भेजने पर काफी समय लग जाता है, तब तक काम कैसे करेेंगे। हर सिलिंडर पर कोडवर्ड हरएलपीजी सिलिंडर पर कोडवर्ड में एक नंबर लिखा होता है, जो बताता है कि आपके यहां पहुंचे रिफिल सिलिंडर की सुरक्षा जांच कब से नहीं हुई है। यह कोड नंबर गैस सिलिंडर पर ऊपरी छल्लेदार सर्किल के भीतर लिखा होता है। यानि कि सिलिंडर में रेगुलेटर लगाने की जगह के चारों ओर छल्ले के नीचे लोहे की 3 चौड़ी पट्टियां होती हैं। इनमें से एक पट्टी पर अंग्रेजी के अक्षर में एक कोड लिखा होता है, जो बताता है कि सुरक्षा मानकों पर आपका सिलिंडर इस वक्त ठीक है या नहीं। इस कोड को देखकर आप जान जाएंगे कि सुरक्षा मानकों पर यह सिलिंडर फिट है या नहीं। हो सकता है हादसा राजधानी में कुछ गैस कंपनियां पुराने गैस सिलिंडर की सप्लाई कर रही हैं, जिससे हादसा हो सकता है। गैस कंपनियां एक्सपायरी डेट के गैस सिलिंडर से ही गैस की आपूर्ति कर रही हैं, जिसकी जानकारी लोगों को नहीं है। रखें इन बातों का ख्याल

- सिलिंडर खरीदने के बाद या डिलीवरी के समय कंपनी की सील, सेफ्टी कैप को अच्छी तरह चेक कर लें। सिलिंडर पर कंपनी के नाम के साथ सील और कैप नहीं हैं तो सिलिंडर बिल्कुल न लें।- एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें, डिलीवरी के समय रसीद लेना न भूलें।-एलपीजी सिलिंडरों की स्टैच्युटरी टेस्टिंग और पेंटिंग के लिए समय तय किया जाता है। इनके ऊपर एक कोड की तरह ये लिखा जाता है कि अगली डेट कौनसी होगी जिसपर इन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा।- 2022 का अर्थ है कि साल 2022 की पहली तिमाही ए-अप्रैल-जून में इनको टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा।-इसी तरह बी-2022 लिखे सिलिंडर को दूसरी तिमाही जुलाई से सिंतबर के बीच रीटेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा।-हर सिलिंडर पर एक डेट सिलिंडर के ऊपरी हिस्से पर लिखा होता है। ध्यान से देखने पर आपको ए, बी, सी, डी में से कोई नंबर लिखा दिखाई देगा। साथ ही उस नंबर के आगे 22ए, 23बी, 24डी या ऐसी कोई तारीख लिखी होती है। अगर आपके सिलिंडर पर 24ए लिखा हो तो इसका मतलब सिलिंडर की एक्सपायरी डेट जनवरी 24 है। लिखकर दें नया सिलिंडर दिया जाएगारिपोर्टर - शहर में घरों में पुराने एलपीजी सिलिंडर की आपूर्ति की जा रही है।

अधिकारी -अगर पुराने सिलिंडर की आपूर्ति की जा रही है तो लिखकर दें, नया सिलिंडर दिया जाएगा। रिपोर्टर- अधिकतर घरों में पुराने सिलिंडर आपूर्ति की जा रही है। अधिकारी- गैस एजेंसी वालों को कंपनी को बताना होगा कि सिलिंडर पुराना हो गया है, बदलना है। अगर पेंट खराब हो गया है तो प्लांट से पेंट होता है। रिपोर्टर - एक्सपायर सिलिंडर भी पहुंच रहा है। अधिकारी- हर सिलिंडर पर एक्सपायरी डेट अंकित होता है। एक्सपायर होने से पहले ही एजेंसी वाले प्लांट में सिलिंडर भेजते हैं। (इंडियन ऑयल के अधिकारी आदित्य तिग्गा से सीधी बात.)यदि पुराना और एक्सपायर एलपीजी सिलिंडर की सप्लाई हो रही है, तो कंज्यूमर्स की कंप्लेन करें। हमलोग इसकी जांच करेंगे, साथ ही कंपनी के प्रतिनिधियों को भी इसके बारे में बताया जाएगा। छवि रंजन, डीसी, रांची

Posted By: Inextlive