देवघर : कोरोना काल न होता तो सावन के पहले सोमवार पर बाबा बैद्यनाथ के दरबार में भक्तों का हुजूम होता। मगर, सरकार के आदेश से मंदिर का पट आम भक्तों के लिए बंद है। बस बाबा दरबार की परंपराओं का निर्वहन हो रहा है। बाबा का कपाट खुलने के बाद प्रात:कालीन पूजा सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा ने की। विश्व कल्याण की कामना की। बेलपत्र चढ़ाने के लिए पंडा समाज की ज्यादा भीड़ रही। मंदिर का कपाट सुबह नौ बजे के करीब बंद हुआ। शाम में संध्या आरती के समय कपाट खोला गया। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि पहला दिन था और बेलपत्र चढ़ाने के लिए पुरोहित समाज के लोगों को मौका दिया गया। मंगलवार से निर्धारित समय सुबह सात बजे पट बंद हो जाएगा। कहाकि भक्त घर से ही भोलेनाथ का ध्यान करें।

बाबा को लगा भोग

सुबह सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा ने बाबा की इत्र, गंगाजल, फूल, बेलपत्र, नैवेद्य, चंदन, दूध, मधु, दही, घी, लड्डू, वस्त्र अर्पित कर पूजा की। उनको पूड़ी और भुजिया का विशेष भोग लगाया गया। सरकारी पूजा के बाद सीमित संख्या में शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए तीर्थ पुरोहितों ने बाबा की पूजा की।

घर बैठे करें आनलाइन दर्शन

सुबह चार बजे से ही मंदिर के वीआइपी गेट, सिंह द्वार, पूरब द्वार, पश्चिम द्वार पर जिला प्रशासन की ओर से बैरिकेड लगाकर पुलिस प्रशासन की तैनाती की गई है। सुबह से ही किसी न किसी प्रकार मंदिर तक अनेक श्रद्धालु पहुंच गए। इनकी भीड़ मंदिर के विभिन्न द्वारों पर पूजा अर्चना को जुटने लगी। समझा-बुझाकर इनको वापस भेजा जा रहा था। सबको कहा गया आनलाइन दर्शन झार नेट डाट काम के माध्यम से करें। इस पर सुबह व शाम की पूजा और श्रृंगार पूजा का दर्शन घर बैठे होगा। इसका प्रसारण किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive