RANCHI: नशीली दवा की लत ने पांच बेटियों के पिता की जान ले ली। सुखदेवनगर के शांतिनगर निवासी भ्0 वर्षीय आकाश वर्मा को हरमू मुक्तिधाम में बड़ी बेटी अन्नु ने मुखाग्नि दी। इससे पहले अन्नु समेत नेहा, ज्योति, सिमरन, निक्की ने पिता की अर्थी को कंधा दिया। इससे ये पांच बेटियां बेसहारा हो गई हैं। आखिर कौन इनकी स्कूल की फीस भरेगा? कौन इनके हाथ पीले कराएगा? नशे की टैबलेट खाने के बाद आकाश वर्मा ने घर के बगल स्थित कुएं में छलांग लगा ली। गुरुवार की सुबह खोजबीन हुई तो कुएं में मृत पाया गया। सूचना पर पहुंची सुखदेवनगर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया।

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, पहले अशोक वर्मा गार्ड की नौकरी करता था। इसी दौरान उसे नशीली टैबलेट खाने की लत लग गई। इस कारण उसकी नौकरी भी चली गई। फिर, वह बीमार हो गया। इसके बाद भी नशे की टेबलेट लेना नहीं छोड़ा। वह एक दवा दुकान में जाता था और बगैर पुर्जा के नशीली दवा लेता था। रात में भी उसने नशीली दवा ही ली थी। उसके शरीर में गर्मी हुई और उसने कुएं में कूद कर आत्महत्या कर ली। सुबह लोगों ने जब उसकी खोजबीन शुरू की तो उसे कुएं में मृत अवस्था में पाया।

बगैर डॉक्टर की पर्ची के दुकानों में बेच रहे नशीली दवा

राजधानी में कुछ दवा दुकानदार ऐसे हैं, जो चंद रुपए की खातिर लोगों को बिना डॉक्टर की पर्ची के दवा प्रोवाइड करा रहे हैं। रेगुलर कस्टमर से पर्ची तक नहीं मांगते हैं। इससे नशेबाजों पर कोई लगाम नहीं लगता और वे असमय काल के गाल में समा रहे हैं।

चुटिया में दुकानदार को हुई थी जेल

सिटी डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने चुटिया थाना के सामने एक मेडिकल स्टोर में छापेमारी की थी। छापेमारी में पुलिस ने नशीला टेबलेट और नशीला सिरप जब्त किया था। दुकानदार बिना पुर्जा के ही दवा देता था। डीएसपी ने इस मामले में दुकान के मालिक को अरेस्ट कर जेल भी भेजा था।

यहां बिक रहे बिना पर्ची के टैबलेट

रातू रोड स्थित दो दुकान

कचहरी चौक की दो दुकानों में

अरगोड़ा के एक मेडिकल स्टोर में

चुटिया के एक मेडिकल स्टोर में

रिम्स स्थित मेडिकल स्टोर में।

Posted By: Inextlive