एटीसी भवन की उंचाई 30 की जगह 35 मीटर तक पहुंच गई है. नए टर्मिनल भवन की ऊंचाई ज्यादा होने से पुराने के सभी हिस्से नहीं दिख रहे हैं. डीजीसीए पर टिकी सबकी निगाहें अनुमति नहीं मिलने पर टूटेगा नया एटीसी भवन.


रांची (ब्यूरो)। 9 साल के लंबे इंतजार के बाद रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर नए एयर ट्रैफि क कंट्रोल(एटीसी)टावर बन गया। लेकिन अब इसमें नई परेशानी शुरू हो गई है। एयरपोर्ट पर बनकर तैयार हुए एटीसी भवन का उद्घाटन होने से पहले इसमें नई पेंच आ गई है। नए एटीसी भवन की ऊंचाई इसकी निर्धारित सीमा से अधिक हो गई है। प्रस्ताव के अनुसार, इसका निर्माण 30 मीटर के दायरे में ही होना था, लेकिन इसकी ऊंचाई करीब 35 मीटर तक पहुंच गई है। यह सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है, इसलिए इसके शुरू होने में संशय है। डीजीसीए तक पहुंचा मामला


एटीसी बिल्डिंग की ऊंचाई अधिक होने का मामला अब डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के पास पहुंच गया है। रांची एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसकी अनुमति मांगी है। यदि डीजीसीए से अनुमति मिल जाती है तो इसी भवन को शुरू किया जाएगा। यदि डीजीसीए ने अनुमति नहीं दी तो टावर को निर्धारित ऊंचाई के ऊपरी हिस्से को तोडऩा पड़ सकता है। नौ साल लगे बनने में

रांची एयरपोर्ट पर 2013 में ही इंटरनेशनल टर्मिनल बन चुका है। नए एटीसी का निर्माण 2013 के आखिरी महीने में शुरू हुआ था। 9 वर्षों के दौरान यह बनकर तैयार हुआ। यह टावर के सभी अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जा चुका है। क्या है एटीसी का यूजएटीसी से फ्लाइट के परिचालन में आसानी होती है। नए एटीसी के उपयोग में आने के बाद यहां से विमान परिचालन को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया जाएगा। इसके शुरू होने से एक साथ दो या इससे अधिक विमान परिचालन को नियंत्रित करने के साथ उसकी लैंडिंग और टेकऑफ में सहूलियत होगी। पुराना एटीसी टावर यूजलेस हो चुका है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स आएंगीबिरसा मुंडा एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि नया एयर ट्रैफि क कंट्रोल यूनिट शुरू होने के बाद इंटरनेशनल और बड़ी फ्लाइट्स भी रांची में लैंडिंग कर सकेंगी। फि लहाल जो एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम काम कर रहा है वह बहुत पहले का बना है और इसकी रेंज भी कम है। हालांकि, इससे फ्लाइट्स को कोई दिक्कत नहीं होती है, लेकिन जब नया और हाईटेक एटीएस सेंटर शुरू होगा तो बड़ी फ्लाइट्स को लैंड करने में आसानी होगी। अभी पुराने से ही काम

फि लहाल रांची आवाजाही करनेवाली उड़ानों को पुराने एटीसी से ही कंट्रोल किया जा रहा है। वर्तमान में जिस एटीसी बिल्डिंग से कार्य हो रहा है, उसकी लंबाई मात्र 16 से 17 मीटर है। इससे एयरपोर्ट का पूरा ऑपरेशन एरिया दिखाई नहीं देता है।

Posted By: Inextlive