रांची : राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी कम हो जाने के बाद भी सरकार कोरोना जांच में कोई कमी नहीं लाएगी। वर्तमान में दैनिक मामले दो सौ से भी कम मिल रहे हैं, फिर भी प्रतिदिन औसतन 40 हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो रही है। राज्य सरकार ने इसे आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के राज्य नोडल पदाधिकारी (आइईसी) सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार, कोरोना संक्रमण की जांच की गति बरकरार रखने को लेकर सभी सिविल सर्जनों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, 22 जून को उन 13 जिलों में रैपिड एंटीजन टेस्ट से जांच का विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है, जो या तो दूसरे राज्यों से सटे हैं या फिर जहां संक्रमण की दर अधिक है। इन जिलों में उस दिन 1.20 लाख लोगों की जांच होगी। साथ ही, गांवों में चलाए गए सघन स्वास्थ्य जांच अभियान में लक्षण के बावजूद रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाए गए लगभग एक लाख लोगों का आरटी-पीसीआर तथा ट्रूनेट से जांच करने को कहा गया है।

टीम को ट्रेनिंग

इधर, कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर चिकित्सकों एवं नर्स की टीम को राज्य स्तर पर पीडियाट्रिक आइसीयू तथा न्यू बोर्न आइसीयू चलाने का विशेष प्रशिक्षण रांची के रिम्स व रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में दिया जा रहा है। बेहतर प्रशिक्षण के लिए खेल निदेशक जीशान कमर को प्रशिक्षण का राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत होने वाले तमाम प्रशिक्षण के अलावा कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के लिए राज्य नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।

Posted By: Inextlive