रांची में फुटपाथ दुकानदारों को हटाने से ज्यादा बसा रही है इन्फोर्समेंट टीम. अवैध वसूली के खिलाफ फुटपाथ दुकानदार आंदोलन की तैयारी में.


रांची(ब्यूरो)। नगर निगम की अवैध वसूली से फुटपाथ दुकानदार अब तंग आ चुके हैं। लगातार हो रही वसूली के खिलाफ अब दुकानदार एकजुट होने लगे हैं। दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम की टीम एनक्रोचमेंट के बहाने हम दुकानदारों से बार-बार वसूली करती है। दुकान लगाने के बदले पैसे वसूली की जाती है। जहां पर दुकान नहीं लगानी है वहां भी अवैध वसूली के बाद दुकान लगाने की परमिशन दे दी जाती है। निगम की इन्फोर्समेंट टीम सड़क पर दुकानदारों से गलत व्यवहार भी करती है। दुकानदारों के विरोध करने पर उनका सामान भी जब्त कर लिया जाता है। फुटपाथ दुकानदार सिटी के कई स्थानों पर अपनी दुकान सजा लेते हैं, जहां दुकान लगाना मना है उस स्थान पर भी दुकानें सज जाती हैं। इसी का फायदा नगर निगम की इंर्फोसमेंट टीम उठाती है। नियम के अनुसार, बगैर चिन्हित किए स्थान पर दुकान लगाने पर पांच सौ रुपए फाइन काटना है, लेकिन अवैध वसूली के रूप में महज 50 रुपए लेकर ही मामला सैटल कर लिया जाता है और दुकान लगाने की अनुमति भी मिल जाती है। हर दिन की इस वसूली से अब दुकानदार भी तंग आ चुके हैं। गुंडागर्दी करती है इंफोर्समेंट टीम


बिरसा चौक के फुटपाथ दुकानदारों ने इंर्फोसमेंट टीम पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। दुकानदार मो। असलम ने बताया कि नगर निगम की इंर्फोसमेंट टीम गुंडागर्दी करती है। सभी दुकानदारों को बेवजह परेशान किया जाता है। दुकानदार यदि आवाज उठाते हैं तो उनपर एफआईआर करने की धमकी दी जाती है। सिर्फ बिरसा चौक ही नहीं, बल्कि नागा बाबा खटाल, लालपुर, मोरहाबादी, लाहकोठी समेत अन्य स्थानों से भी दुकानदारों ने इंफोर्समेंट टीम की वसूली का विरोध किया है। इसमें सब्जी बेचने वालों से लेकर रोड साइड दुकान लगाने वाले हर दुकानदार शामिल हैं। लालपुर में सब्जी की दुकान लगाने वाले संजय कुमार ने बताया कि सिर्फ कचहरी से सर्जना चौक तक छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी इलाकों में दुकानदारों को परेशान किया जाता है। सर्टिफिकेट मांग रहे दुकानदार

करीब छह हजार फुटपाथ दुकानदार सर्टिफिकेट की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि जल्द से जल्द उन्हें आईकार्ड दिया जाए, ताकि अवैध दुकान लगाने वालों की पहचान हो सके। नगर निगम द्वारा अबतक दुकानदारों को किसी प्रकार से चिन्हित नहीं किया गया है। बिना कोई पहल किए नगर निगम सिर्फ कार्रवाई करता है। नगर निगम की ओर से जुर्माना तो होता है, निगम की इंफोर्समेंट टीम अवैध वसूली भी करती है। एनक्रोचमेंट के नाम पर सामान भी जब्त किया जाता है। जिसकी कोई सीजर लिस्ट भी नहीं दी जाती है। सामान जब्त होने से काफी नुकसान हो जाता है। दुकानदार संजय ने कहा कि सरकार यदि दुकानदारों को रोड साइड से हटाना चाहती है तो उन्हें कोई निश्चित स्थान दिया जाए, जहां वे निर्भिक होकर अपना व्यवसाय कर सकें। मार्केट में नहीं बसाए गए दुकानदार नागा बाबा खटाल के समीप सब्जी की दुकान लगाने वाले दुकानदारों को बसाने के लिए पास में ही वेजिटेबल मार्केट बनाया गया है। करीब एक महीना पहले इस मार्केट का उद्घाटन भी हो चुका है। लेकिन अब तक दुकानदारों को यहां बसाया नहीं गया। दुकानदार हर दिन इस आस में रहते है कि कब उन्हें इस स्थान पर दुकान मिलेगी और हर दिन की किचकिच से कब निजात मिलेगी। उद्घाटन के वक्त ही छठ के बाद मार्केट शुरू होने का आश्वासन दिया गया था। छठ बीते हुए भी दस दिन से ज्यादा समय हो गया है। अबतक कोई सुगबुगाहट भी नहीं है।

दुकानदारों को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा। उनके सामान भी जब्त नहीं होंगे। इंर्फोसमेंट टीम को भी आगाह किया गया है। आने वाले दिनो में पॉस मशीन से फाइन काटा जाएगा, जिसके बाद अवैध वसूली की समस्या खत्म हो जाएगी।


- कुंवर सिंह पाहन, डीएमसी, आरएमसी

Posted By: Inextlive