रांची: राशन लेना है तो बैंक में आपका अकाउंट होना जरूरी है। जिन बेनीफिशियरी का बैंक में अकाउंट नहीं होगा वे राशन का उठाव नहीं कर सकेंगे। जी हां, फूड सप्लाई डिपार्टमेंट की ओर से यह निर्णय लिया गया है। फूड डिपार्टमेंट जल्द ही कैशलेस सिस्टम पर काम शुरू करने वाला है। जन वितरण प्रणाली की दुकानों से अब सभी लेनदेन कैशलेस होने जा रहा है। विभाग की ओर से इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। रांची में जल्द ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे शुरू किया जाएगा। इसके बाद पूरे राज्य में इसे लागू कर दिया जाएगा। सिस्टम के तहत अब बेनीफिशियरी को नकद पैसे लेकर राशन की दुकान पर आने की जरूरत नहीं है। बल्कि राशन लेने के बाद उसकी कीमत खुद ब खुद उनके अकाउंट से काट ली जाएगी। राशन देने से पहले जैसे राशन डीलर मशीन में क्वांटिटी फीड करेंगे और बेनीफिशियरी का थंब लगाते ही उनके मोबाइल पर अकाउंट से पैसा कटने का मैसेज आ जाएगा। इधर, डीलर के मोबाइल पर भी ट्रांजेक्शन रिसीव का मैसेज आएगा, इसके बाद ही डीलर राशन देंगे।

अकाउंट में पैसा नहीं तो राशन नहीं

बेनीफिशियरी के अकाउंट में यदि पैसा नहीं है तो उसे राशन नहीं दिया जाएगा। राशन की मात्रा डालने के बाद यदि डीलर के मोबाइल पर पैसे की लेनदेन का मैसेज नहीं आया तो डीलर राशन नहीं देने के लिए स्वतंत्र होगा। दरअसल, फूड सप्लाई डिपार्टमेंट की ओर से राशन संबंधी सभी काम ऑनलाइन किया जा रहा है। डिपो होल्डर से लेकर डीलर और कार्डधारी सभी इसके हिस्सा होंगे। बता दें कि ईपीएसएच मशीन से राशन वितरण पहले से ही जारी है। अब पीओएस मशीन को वेट मशीन से कनेक्ट कर दिया गया है, जिससे कम तौल की समस्या भी दूर हो जाएगी। डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि सरकार की तरफ से राशन वितरण को पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट बनाना है। पीओएस मशीन से लेकर ऑनलाइन बिक्री और कैशलेस सभी इसी के हिस्सा हैं।

बैंक अकाउंट नहीं तो कार्ड सीज

सभी बेनीफिशियरी से बैंक अकाउंट खुलवाने को कहा गया है। हालांकि, 90 परसेंट बेनीफिशियरी के बैंक में अकाउंट हैं। लेकिन इसमें कई ऐसे हैं, जिनके अकाउंट में कभी एक रुपए का भी ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है। वैसे बेनीफिशियरी को अपने अकाउंट को अपडेट कराने को कहा गया है। वहीं, जिन बेनीफिशियरी के बैंक में अकाउंट ही नहीं है, उन्हें अकाउंट खुलवाने को कहा गया है। अकाउंट नहीं रहने की स्थिति में राशन कार्ड सीज करने का आदेश दिया गया है। इसकी जिम्मेवारी सभी डीलर्स को दे दी गई है। डीलर अपने बेनीफिशियरीज का अकाउंट खुलवाएंगे। अकाउंट नंबर अपने एमओ को देकर उसे कार्ड से लिंक करवाएंगे। बैंक अकाउंट के साथ-साथ आधार नंबर भी अपडेट कराना अनिवार्य है। आधार नहीं होने की परिस्थिति में भी कार्ड सीज किया जा सकेगा। मिली जानकारी के अनुसार, रांची शहरी क्षेत्र में 1,17,000 कार्डधारी हैं, जिनमें लगभग 66000 लोगों ने अपना आधार अपडेट नहीं कराया है। वहीं, 9100 कार्डधारी के बैंक में अकाउंट नहीं है।

ऐसे होगा काम

राशन देने से पहले सभी सूचना ईपीएसएच मशीन में फीड की जाएगी। मशीन में लाभुक के थंब का निशान लगते ही यह इन्फॉर्मेशन संबंधित बैंक को भेज दी जाएगी। बैंक में बेनीफिशियरी के अकाउंट से पैसे खुद ब खुद काट लिये जाएंगे और राशन डीलर के बैंक अकांउट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। बेनीफिशियरी और डीलर दोनों मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा। इस प्रॉसेस को सुगमता से चलाने की जिम्मेवार एनआईसी को सौंपी गई है। कैशलेस वितरण में कोई समस्या आने पर इसकी शिकायत अपने एमओ से कर सकेंगे।

जनवितरण प्रणाली की दुकानों से पैसे ज्यादा लेकर सामान देने की शिकायत आती रहती है। इसलिए कैशलेस प्रॉसेस अपनाने पर विचार हो रहा है। विभाग इसकी तैयारी में जुटा है। राशन डीलर्स से भी इसमें सहयोग करने को कहा गया है। राशन लेने के लिए बेनीफिशियरी का बैंक में अकाउंट होना जरूरी है।

-सबीर अहमद, एसओआर, रांची

Posted By: Inextlive