रांची: इंटरनेट पर देख कर कोई सामान ले रहे है या अपना कोई सामान रेंट पर देने के लिए आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अलर्ट हो जाइए। क्योंकि इंटरनेट पर लुटेरों की नजर है। जो लगातार आपके द्वारा दिए गए एड पर बाज की नजर गड़ाए बैठे हैं। जी हां, इन दिनों चोरी और ठगी के लगातार नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। उनमें ही इंटरनेट से चोरी के वाकये भी आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सदर थाना क्षेत्र से आया है, जिसमें कोकर सुभाष चौक के रहने वाले सुनील कुमार को शिकार बनाया गया है। दरअसल, सुनील ने 20 दिन पहले ही 22 हजार रुपए में एक कैमरा खरीदा था, जिसे रेंट पर देने के लिए उन्होंने ओएलएक्स का इस्तेमाल किया। सुनील ने बताया कि उनके बेटे ने ओएलएक्स पर कैमरा रेंट पर देने का एड दिया था, जिसके बाद एक लड़के ने फोन किया और कैमरा रेंट पर लेने की बात कहीं।

चार घंटे के लिए लिया रेंट पर, फिर नहीं लौटा

सुनील कुमार ने बताया कि ओएलएक्स पर विज्ञापन देख कर एक लड़के ने फोन किया चार घंटे के लिए कैमरा रेंट पर देने को कहा। कैमरा देने से पहले लड़के से बिजली बिल की डिमांड की गई। लेकिन लड़के ने अपना ओरिजिनल मा‌र्क्स शीट और आधार कार्ड दिया। चार सौ रुपए में बात तय हुई। लड़के ने दो सौ रुपए एडवांस दिए और दो सौ रुपए बाद में देने की बात कहीं। चार घंटे खत्म होने पर जब लड़के को फोन किया गया तो उसका नंबर बंद आया। बार-बार प्रयास करने पर भी फोन नहीं लगने पर उसकी खोजबीन शुरू की गई। लेकिन लड़का नहीं मिला, जिसके बाद सदर थाने में मामला दर्ज करा दिया गया है।

सुनील की तरह कई और ठगे गए

सिर्फ सुनील ही नहीं, बल्कि कई और भी लोग हैं जो इस तरह की ठगी के शिकार हो चुके हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने ओएलएक्स पर एड देख कर सामान खरीदने की इच्छा जताई। लेकिन एडवांस लेने के बाद भी सामान उपलब्ध नहीं कराया गया। नामकुम के रहने वाले अभिषेक दूबे जिन्होंने दस दिन पहले ओएलएक्स पर कम दाम में मोबाइल फोन का एड देख कर उसे खरीदने की इच्छा जाहिर की। ऐड देने वाले व्यक्ति को जब फोन किया गया तो उसने डोरंडा में आकर मिलने को कहा। अभिषेक बताते हैं कि उस वक्त सारी बातें तय हो गई। 1000 रुपए एडवांस भी दिए। लेकिन इसके बाद विज्ञापन हटा दिए गए। फोन नंबर पर जब संपर्क किया गया तो फोन बंद आया।

टू व्हीलर बिक्री के नाम पर ठगी

बीते सप्ताह ही टू व्हीलर बिक्री के नाम पर भी ठगी करने का मामला सामने आया। ओएलएक्स पर ही पल्सर बाइक का विज्ञापन देख कर बरियातू के रोहन ने विज्ञापन दाता से संपर्क किया और बाइक खरीदने की इच्छा जाहिर की। बाइक देने के पर विज्ञापन दाता ने पेपर वर्क और एडवांस के नाम पर रोहन से तीन हजार रुपए ले लिये, जिसके बाद विज्ञापन दाता गायब हो गया। ऐसे ही दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं। साइबर सेल की ओर से लगातार लोगों को अवेयर भी किया जाता है। लेकिन लालच में पड़कर आम इंसान बुरा फंस जाता है।

ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार आते रहते हैं। इससे लोगों को बचने की जरूरत है। लोगों की जागरूकता ही उनका बचाव कर सकती है। सोशल साइट पर देख कर कुछ ले रहे हैं या बेच रहे हैं या फिर रेंट पर दे रहें तो सबसे पहले पूरी जानकारी अच्छे से इकट्ठी कर लेनी चाहिए। एक्सपेंसिव आईटम किसी अनजान व्यक्ति को रेंट पर देने से भी बचना चाहिए।

-सुमीत कुमार, साइबर डीएसपी

Posted By: Inextlive