खूंटी : पेरवाघाघ फाल की तेजधार में रविवार को बह गई जमशेदपुर निवासी गरिमा तोपनो का शव तीन घंटे की खोजबीन के बाद सोमवार को बरामद कर लिया गया। सर्च आपरेशन सोमवार को सुबह सात बजे शुरू हुआ। करीब सुबह 10 बजे उरुरेबेद नामक जगह से गरिमा का शव मिला। जहां से गरिमा पानी में बही थी, वहां से यह जगह आधा किमी दूर है। शव पत्थर की खोह में फंसा हुआ था। एनडीआरएफ की 18 सदस्यीय टीम और 20 पर्यटक मित्रों ने गरिमा का शव ढूंढा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके स्वजनों को सौंप दिया। इस दौरान गरिमा के स्वजन, दोस्त पेरवाघाघ में ही मौजूद थे। शव बाहर आते ही गरिमा की मां और उसकी बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

तपकरा थाना पहुंचे थे स्वजन

रविवार को हुई घटना के बाद स्वजन पहले तपकरा थाना पहुंचे थे। गरिमा के पिता विल्सन जान तोपनो का पहले ही निधन हो चुका है। मां हेमंती इंदिरा तोपनो हैं, जो जमशेदपुर में ही शिक्षिका हैं। गरिमा अपने घर मे सबसे बड़ी बहन थी। उससे छोटी प्रेरणा तोपनो, जूली तोपनो व एक भाई कैरल तोपनो है। कैरल कोलकाता में रहता है। गरिमा रांची में ही रह रही थी। एक संस्था में कार्यरत थी। उसकी बहन प्रेरणा व जुली जमशेदपुर ही रहती है।

रविवार को ये लोग आए थे पेरवाघाघ

गरिमा के साथ शैलेश कृष्ण, वर्षा पोद्दार, शैलेश पोद्दार, रिसित नियोगी, आंनद कोठारी व लावण्या तामांग ये सभी रविवार को दिन के 11 वजे पेरवाघाघ घूमने आए थे। लगभग एक बजे के आसपास पेरवाघाघ के पास लावण्या व गरिमा दोनों खूबसूरत छटा की सुंदरता निहार रही थीं, तभी गरिमा का पैर फिसल गया। साथ में लावण्या भी गिर गई। हालांकि, लावण्या ने गरिमा को बचाने के लिए हाथ पकड़ा। पर, अचानक पानी का बहाव तेज हो गया। इससे गरिमा का हाथ छूट गया और वह बहते हुए चली गई। तब सभी ने स्थानीय पर्यटनमित्रों व तपकरा थाना पुलिस को मामले की सूचना दी।

पर्यटकमित्रों की बात नहीं मानते सैलानी

पेरवाघाघ में पत्थरों पर कई जगह लिखा हुआ है कि इस जगह पर न जाएं, खतरा है फिर भी उस जगह में लोग चले जाते हैं। कई बार पर्यटक मित्र भी अलर्ट करते हैं लेकिन सैलानी इसकी अनदेखी करते हैं। सैलानियों का कहना है कि पेरवाघाघ में सैलानियों को अलर्ट करने के लिए कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है। न ही कोई बेरिकेडिंग की गई है। यहां आए दिन ऐसी घटनाएं होती हैं फिर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा।

मुख्यमंत्री ने जताया दुख

शव मिलने की सूचना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुख जताया है। सीएम ने ट्वीट कियादुखद परमात्मा बहन गरिमा की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुख को सहन करने की शक्ति दे। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि झरने, झील और नदी आदि के किनारे भ्रमण करने वाले सभी लोगों से मेरा आग्रह है कि सतर्क रहें और निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने पेरवाघाघ घूमने आने वाले पर्यटकों से गहरे पानी में नहीं उतरने की अपील की है। ट्वीट करते हुए डीसी शशि रंजन ने कहा कि पेरवाघाघ पहुंचने वाले पर्यटकों से वहां तैनात पर्यटन मित्रों की बात माने और उनके दिशा निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि जहां जाने पर मनाही हैं वहां नहीं जाएं।

Posted By: Inextlive