रांची: त्योहारी मौसम आने के साथ ही राजधानी में गुटखा और अवैध शराब का कारोबार तेज होता जा रहा है। शुक्रवार को हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस ने सिस्टम की पोल खोलते हुए गुटखा पर प्रतिबंध के सारे दावों को खोखला साबित कर दिया वहीं देर रात सदर थानाक्षेत्र में पुलिस को भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद हुई। शराब की बोतलों पर कीमती ब्रांड के स्टीकर लगाकर उसे मार्केट में खपाने की तैयारी की जा रही थी। शराब के शौकीन और शराब के आदी हो चुके लोग कम कीमत पर शराब खरीदकर शहर में नकली शराब के कारोबार को बढ़ाया दे रहे हैं।

महंगी हुई शराब

शहर की दुकानों में मिलने वाली शराब काफी महंगी हो गई है। पहले के रेट में करीब 10 परसेंट से ज्यादा दाम बढ़ने से लोग दुकानों से शराब नहीं खरीद रहे। इस कारण शराब की सेल भी प्रभावित हुई है और राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। लोकल मार्केट में अवैध तरीके से शराब का कारोबार हो रहा है, जो जहरीला भी निकल चुका है और उस कारण लोगों की जान भी जा चुकी है।

ब्लैकलिस्टेड पर कार्रवाई नहीं

राजधानी रांची के 17 थाना क्षेत्रों में अवैध शराब के कारोबार से संबंधित रिपार्ट स्पेशल ब्रांच ने जारी की। इसमें डोरंडा, नामकुम, लोअर बाजार, कांके, कोतवाली, लालपुर, सुखदेवनगर, पंडरा, धुर्वा, तुपुदाना, रातू, नगड़ी, गोंदा, चुटिया, सदर और ओरमांझी थाना क्षेत्र शामिल हैं। शराब कारोबारी अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं।

लोकल पुलिस की सेटिंग

अवैध शराब माफिया का लोकल थानों के साथ जबरदस्त सेटिंग है। यही कारण है कि माफिया धड़ल्ले से अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं। बन्द होटलों और ढाबों से अवैध तरीके से शराब सप्लाई कर रहे हैं, जिसपर पुलिस भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

विभाग के सारे सिस्टम फेल

अवैध शराब से संबंधित जानकारियों के मामले में एक्साइज विभाग के सारे सिस्टम फेल होकर रह गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा अवैध शराब के खिलाफ कभी कभार अभियान चलाए जाते हैं लेकिन उत्पाद विभाग को लोकल गोरखधंधे की कोई जानकारी नहीं मिल पाती। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अवैध शराब बरामद की गई है, लेकिन इन थाना क्षेत्रों में हो रहे अवैध शराब के कारोबार से स्थानीय थाना की पुलिस और उत्पाद विभाग भी अनजान बना हुए है।

हरियाणा-पंजाब से शराब की पुष्टि

राजधानी रांची में हरियाणा, पंजाब के अलावा अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों से अवैध शराब आने की पुष्टि हो चुकी है। इस शराब की खेप रात के समय राजधानी रांची में पहुंचती है और सुबह होते-होते शराब से भरे ट्रक पूरी तरह से खाली हो जाते हैं। शराब माफिया छोटे-छोटे वाहनों में लोड करके शराब अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करने निकल जाते हैं।

इन माफियाओं पर कब कसेगी नकेल

शराब के अवैध कारोबार में इन माफियाओं का कई बार नाम आ चुका है लेकिन कार्रवाई के नाम पर मामला अधर में लटका है। नामकुम नवाटोली के रामदास, राजाउलातू के परमेश्वर, जितेंद्र बैठा, गोवर्धन, दर्शन महतो, सादिर मुंडा, गणेश महतो, अमित, सुरेंद्र सिंह, सुरेश साहू, नंदू, अशोक साहू, लखन मिस्त्री, विजय बैठा, गोबरा मुंडा, सियाराम महतो, भरत महतो, शिवनाथ कुम्हार, लालदेव मुंडा, सुखदेवनगर के मोहन मेहता, सुरेश महतो, सहदेव मेहता, अभय, प्रमोद, योगेंद्र साहू, फागू उरांव, नारायण मिर्धा, निरंजन मिर्धा, विजय, संतोष गाड़ी, राजेश मुंडा, सदर और बरियातू इलाके के सोनू, रंजीत उरांव, छोटू उरांव, राधवा देवी, शनिचरिया, मानदेव लोहरा, भोला उरांव, बड़की देवी, कांके के सोना राम, राजेंद्र नायक, मुन्नी देवी, मुन्ना उरांव, राधु कच्छप, सुरेश मुंडा, भोसा उरांव समेत कई अन्य लोगों को अवैध शराब बनाने और तस्करी करने वालों के तौर पर चिन्हित किया गया है।

रूरल एरिया से लगातार शराब कारोबार की जानकारियां मिल रही हैं। इस मामले में पुलिस गंभीर है और स्थानीय थानों को लगातार निर्देश जारी करने के साथ-साथ मानिटरिंग भी की जा रही है। थोड़ी भी लापरवाही पर गंभीर कार्रवाई की जाएगी।

नौशाद आलम, रूरल एसपी,रांची

बाहर से आने वाली शराब नकली, जहरीली हो सकती है। इसे पीना लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है। त्योहारों का मौसम है, इसलिए अलर्ट रहें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

निशांत सिंह, महासचिव, शराब विक्रेता संघ

Posted By: Inextlive