सड़क और गड्ढे में कोई फर्क नहीं परेशान हैं मोहल्ले के लोग. पल्स हॉस्पिटल से लेकर गोकुलधाम अपार्टमेंट तक जाना खतरे से खाली नहीं.

रांची(ब्यूरो)। सिटी में सड़कों की हालत किसी छिपी हुई नहीं है। सड़क किसी भी शहर का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। इसी से ही शहर की छवि बनती-बिगड़ती है। इसके बावजूद रांची के कुछ प्रमुख रोड वीआईपी सड़क को छोड़ दें तो अन्य सभी सड़कें सिटी की छवि खराब करती नजर आ रही हैं। टूटी और जर्जर सड़क पर लोगों को आना-जाना करना पड़ रहा है। हरिहर सिंह रोड भी ऐसी ही जर्जर सड़क की लिस्ट में शामिल है। सड़क की रिपेयरिंग के बाद भी इसकी हालत संवर नहीं रही है। खराब क्वालिटी के मैटेरियल का इस्तेमाल होने की वजह से सड़क कई जगह से टूट चुकी है। वहीं, सीवरेज के लिए की गई खुदाई के बाद इसकी स्थिति और ज्यादा खराब हो गई है। जिस स्थान पर सीवरेज के लिए चैंबर बनाए गए हैं। उसके आसपास सड़क टूटने लगी है। काफी विरोध के बाद इस सड़क की मरम्मत कराई गई थी। लेकिन फिर से सड़क पर गड्ढे होने लगे हैं। रोड पर जलजमाव की वजह से सड़क जहां-तहां से टूटने लगी है। इस सड़क पर ड्राइविंग करना मुश्किल हो रहा है। संभलकर न चलें तो कभी भी दुर्घटना हो सकती है।
सालों से परेशानी
हरिहर सिंह रोड में परेशानी बीते छह साल से है। 2017 के बाद फिर यहां मरम्मत का काम नहीं हुआ है। चार साल पहले इस इलाके में सीवर लाइन बनाने का काम शुरू किया गया था। इस कारण मोरहाबादी के अलग-अलग स्थानों पर सीवरेज के लिए खुदाई कर दी गई। करीब दो साल तक लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। किसी तरह डस्ट और दूसरे मैटेरियल डाल कर सड़क चलने लायक बनाई गई थी। लेकिन बारिश में मैटेरियल बह जाने की वजह से फिर एक बार यहां गड्ढे उभर आए हैं। यह पॉश इलाका है। डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर मीडिल क्लास और लोअर क्लास की घनी आबादी यहां निवास करती है। हर दिन पांच हजार गाडिय़ों का मूवमेंट इस सड़क से होता है। फिर भी नगर निगम, पथ निर्माण विभाग और दूसरी संबंधित एजेंसी आंखे बंद किए हुए हैं, और परेशानी आम पब्लिक को झेलनी पड़ रही है।
ब्रांच सड़कें भी जर्जर
हरिहर सिंह रोड की सिर्फ मुख्य सड़क ही जर्जर नहीं है, बल्कि इससे जुड़े अन्य ब्रांच रोड की भी हालत खराब है। ब्रांच सड़क मुंडा बगिचा और सरना गली में भी हालत दयनीय है। यहां सालों से लोग चकाचक सड़क की बाट जोह रहे हैं। स्थानीय युवक अभिषेक ने बताया कि जब से सीवरेज-ड्रेनेज की योजना आई तबसे सड़क की स्थिति काफी खराब हो गई है। पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। गाड़ी चलाने में भय बना रहता है न जाने कब कौन सा हादसा हो जाए। बारिश में स्थिति और भी ज्यादा दयनीय हो जाती है। घर से निकलना भी मुश्किल होता है। कई बार लोकल पार्षद से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई है, इसके बावजूद हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
वाटरलॉगिंग पुरानी प्रॉब्लम
बरियातू रोड से कट कर मोरहाबादी की ओर जाने वाली यह सड़क पल्स हॉस्पिटल के पास से ही खराब है। करीब एक किमी के फासले में 17 जगह गड्ढे हैं। पल्स हॉस्पिटल से लेकर गोकुलधाम अपार्टमेंट तक लोगों को जर्जर सड़क से ही आना-जाना पड़ रहा है। गोकुलधाम अपार्टमेंट वही स्थान है जहां बीते कई सालों से जलजमाव की समस्या बनी हुई है। दरअसल, अपार्टमेंट से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी नहीं होने से ऐसी परेशानी उत्पन्न हो रही है। काफी प्रदर्शन और विरोध के बावजूद हालत में कुछ बहुत सुधार हुआ है। लेकिन सड़क की जर्जर हालत अब भी नहीं सुधरी है।
कहती है पब्लिक
मोरहाबादी इलाके में हरिहर सिंह रोड और इससे सटी सड़क की हालत जलजमाव और सीवरेज-ड्रेनेज निर्माण के कारण खराब हुई है। सालों से सीवर लाइन का काम चल रहा है। इस कारण सड़क रिपेयरिंग नहीं की जा रही है।
- सुजीत सिंह

हर-दिन आने-जाने में काफी परेशानी होती है। टूटी सड़क और गंदे पानी से गुजर कर जाना पड़ता है। राजधानी के अंदर सड़क की ये हालत है तो अन्य स्थानों की क्या होगी।
- सागर गोराई

मेरे इलाके में सीवरेज-ड्रेनेज का काम चल रहा है। इस वजह से रोड की रिपेयरिंग नहीं हो पा रही है। हालांकि, योजना पाइपलाइन में है। जल्द ही सड़क दुरुस्त कर ली जाएगी।
-बसंती लकड़ा, पार्षद, वार्ड-3

Posted By: Inextlive